गोरखपुर में बाप-बेटे के खाते से डेढ़ करोड़ से ज्यादा का ट्रांजेक्‍शन, अब जांच में जुटी पांच राज्यों की पुलिस

Transactions of more than 1.5 crore from father-son account in Gorakhpur, now police of five states engaged in investigation
Transactions of more than 1.5 crore from father-son account in Gorakhpur, now police of five states engaged in investigation
इस खबर को शेयर करें

गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में एक प्राइवेट बैंक में खोले गए पिता-पुत्र के खाते से हुए 1.54 करोड़ रुपए के मनी ट्रेल के खेल का पदार्फाश करने के लिए पांच राज्यों की पुलिस जुट गई है. केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना के साथ यूपी के गोरखपुर की पुलिस इस बात का पता लगाने में जुट गई है कि आखिर चीन से ये रुपए किसे भेजे गए हैं. इसके पीछे की वजह क्या है. पुलिस ये भी पता लगाने में जुटी है कि कहीं इस ट्रांजेक्‍शन में टेरर फंडिंग और हवाला का खेल तो नहीं चल रहा है.

क्या है पूरा मामला?
गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र के शांतिपुरम के रहने वाले सच्चिदानंद दुबे और उनके बेटे अभिनंदन दुबे के खाते से चीन के दो युवकों के द्वारा पांच दिन में 1.54 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है. सच्चिदानंद ने बताया कि उन्होंने जून महीने में उनके भांजे गोरखनाथ थाना क्षेत्र के रामनगर के रहने वाले सोनू मिश्रा के कहने पर ये खाता खोला था. सोनू दिल्‍ली में कोचिंग सेंटर में टीचिंग का काम करता है. उन्होंने बताया कि उसने कहा था कि वे उन्हें अपने नाम से खाता खुलवा दें. उसे यूज करना है. वे ये नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके खाते से इतने रुपए कहां से और कैसे आए हैं.

सच्चिदानंद ने बताया कि राजेन्‍द्र नगर के एक्सिस बैंक के मैनेजर और खाता खोलने वाली युवती जब उनके घर आई और उसने बताया कि वो एक हफ्ते में जेल चले जाएंगे, तो उन्हें इसकी जानकारी हुई. उनके और उनके बेटे के खाते से 1.54 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है. उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके लड़के को इस बात की जानकारी नहीं है कि भांजे ने उनके खाते का किस तरह से गलत उपयोग किया है. उन्होंने बताया कि वे अब ये चाहते हैं कि जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो. इसमें उनका कोई दोष नहीं है.

सच्चिदानंद दुबे और उनके बेटे अभिनंदन दुबे ने अपने रिश्तेदार सोनू मिश्रा के कहने पर गोरखनाथ के एक्सिस बैंक में दो सेविंग अकाउंट खुलवाए था. इन दोनों के खाते से 25 अगस्त 2022 से 30 अगस्त 2022 के बीच 5 दिनों में 1.54 करोड़ रुपये का लेनदेन नेट बैंकिंग के जरिए किया गया. इसकी भनक अकाउंट होल्डरों को नहीं थी. उनके अकाउंट में दूसरा मोबाइल नम्बर दर्ज कर नेट बैंकिंग की जा रही थी. साथ ही दोनों के अकाउंट से ही केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के करीब 1000 से ज्यादा खातों में रुपये भेजे गए हैं. सचिदानन्द मजदूरी करते हैं. उनका साला सोनू नोएडा में कंटेंट राइटिंग का काम करता है.

ऐसे हुआ पूरी घटना का खुलासा
चीन के दो युवकों ने यूपीआई के जरिए गोरखपुर के पिता और पुत्र के एकाउंट से 5 दिन में 1.54 करोड़ रुपये का लेनदेन किया है. अब इसकी जांच में तमिलनाडु की चेन्नई, आंध्र प्रदेश की केरल, बेंगलुरु, तेलंगाना की हैदराबाद, मध्यप्रदेश के इंदौर और यूपी की गोरखपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इन राज्यों के शहरों की पुलिस ने गोरखपुर के गोरखनाथ राजेन्द्र नगर स्थित एक्सिस बैंक को नोटिस भी दिया है. इन राज्यों के शहरों की पुलिस जल्द ही गोरखपुर आकर दोनो अकाउंट होल्डर, अकाउंट खुलवाने वाले रिश्तेदार और बैंक कर्मचारियों से पूछताछ भी करेगी. गोरखपुर पुलिस अपने स्तर से यहां नया एफआईआर दर्ज नहीं करेगी. अन्‍य राज्‍यों से आने वाली पुलिस का पूरा सहयोग करेगी.

सोनू के सम्पर्क में आए निकोलस और कॉइल्स नाम के उसके कस्टमर ने कहा कि उन्हें दो अकाउंट की जरूरत है. इसके बाद सोनू ने अपने अपने मामा सच्चिदानंद और भाई अभिनंदन को एक्सिस बैंक में अकाउंट खोलने को कहा और खुद घर ही अकाउंट खुलवाया. सोनू ने पुलिस को बताया कि निकलोस चीन का रहने वाला है और वहां की एक कम्पनी में काम करता है. तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों के शहरों में भी पहले से इस प्रकरण में केस पहले से दर्ज है. एसपी सिटी को तमिलनाडु पुलिस ने बताया कि इनका एक गिरोह है, जो लोगों के खाते में पहले पैसे डलवाता है और फिर बाद में उनसे डबल पैसा देने का वादा कर पैसे वसूल कर फ्रॉड करता है.

गोरखनाथ के शांतिपुरम निवासी सच्चिदानंद दुबे ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि जून 2022 में उनके भांजे सोनू मिश्रा ने कहा कि प्राइवेट बैंक में बचत खाता खोल लीजिए. बहुत सुविधा मिलेगी. बैंक ले जाकर उसने एक महिला कर्मचारी से मुलाकात कराई. महिला कर्मचारी ने बचत खाता खोलने का फायदा बताते हुए कहा कि अन्य बैंकों से ज्यादा ब्याज मिलेगा. खाता खोलने की प्रक्रिया पूरी करके महिला कर्मचारी ने सच्चिदानंद दुबे और बेटे अभिनंदन दुबे का आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज ले लिए. खाता खुलने के बाद उन लोगों ने कोई लेनदेन नहीं किया.

30 सितंबर को बैंक के अधिकारी घर पहुंचे और बताया कि एक सप्ताह में दोनों खाते से करीब 1.54 करोड़ का लेनदेन हुआ है. रुपए कहां से आया है और किसको भेजा गया है इस बारे में पूछने लगे. बैंक जाकर शाखा प्रबंधक को मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया. बहुत प्रयास के बाद स्टेटमेंट मिला, जिससे पता चला कि उनके खाते में 1.37 करोड़ और बेटे के खाते से 15 लाख की लेनदेन यूपीआई के जरिए की गई है. केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य के जिन अलग-अलग खातों में रुपए भेजे गए हैं, उनके बारे में नहीं जानते हैं. सच्चिदानंद और उनके पुत्र अभिनंदन के पास खाते से हुई लेनदेन का कोई मैसेज नहीं आया. खाता खोलते समय उन्होंने फार्म में अपना नंबर भरवाया था. आरोप है कि जालसाजों ने उनकी जगह अपना मोबाइल नंबर खाते से जोड़कर लेनदेन किया.

गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्‍ण कुमार बिश्‍नोई ने बताया कि गोरखपुर के गोरखनाथ थाने पर शांतिपुरम कालोनी के रहने वाले सच्चिदानंद दुबे और उनके पुत्र अभिनंदन दुबे द्वारा बताया गया कि उनके खाते से किसी के द्वारा 1.5 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है. उन्होंने बताया कि सीओ गोरखनाथ की जांच में पाया गया कि उनके किसी रिश्तेदार सोनू मिश्रा द्वारा जो कि नोएडा में कंटेंट राइटिंग का काम नोएडा में करता है. इसका किसी चीन के व्यक्ति के साथ संबंध रहा है. उसने बताया कि उसे भारत में एक अकाउंट चाहिए. भारत के नाम का अकाउंट उन्होंने गोरखपुर में खुलवाया. 25 और 30 अगस्त 2022 के बीच 1.54 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है.

इसके संबंध में 5 राज्यों की टीम द्वारा पहले ही एक्सिस बैंक को पहले से ही नोटिस दी गई है. इसमें डिटेल मांगी गई है. इसमें प्रथम दृष्टया आनलाइन ट्रेडिंग फ्रॉड की जानकारी तमिलनाडु, बेंगलुरु, इंदौर और हैदराबाद पुलिस के द्वारा बताई गई है. इसमें जो भी सहयोग पुलिस के माध्‍यम से गोरखपुर से संबंधित कोई भी सूचना मांगी जाएगी. वो जानकारी और सहयोग उन्‍हें दिया जाएगा. इसमें बैंक की भूमिका ये है कि इन्‍होंने 5 दिनों में इतना बड़ा ट्रांजेक्‍शन एक सेविंग बैंक अकाउंट के जरिए हुआ, तो बैंक को अलर्ट जनरेट करना चाहिए था. बैंक और अकाउंट होल्‍डर को भी इस बारे में कुछ नहीं बताया गया था. इस बारे में वहां की पुलिस जो जांच कर रही है. वो भी आकर यहां पर जांच करेंगे. हमारे स्तर पर भी बैंक के अधिकारियों के द्वारा पूछताछ की जा रही है. जिनके नाम से खाता खुला है, उसे खोलने वाले सोनू मिश्रा खाताधारक सच्चिदानंद का भांजा है. उनके कहने पर ही खाता खोला गया है.