भाभी-देवर का अनोखा प्यार! शादी से किया इनकार तो पुलिस ने कराया इकरार, ऐसे पूरा हुआ इश्क

Unique love of sister-in-law and brother-in-law! When the police refused to marry, then the police made an agreement, this is how the love was fulfilled
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गाजीपुर के सदर कोतवाली में पुलिस की हस्तक्षेप से भाभी और देवर (Bhabhi Devar ) का संबंध सात फेरों में तब्दील हो गया. दरअसल, एक हादसे में पति की मौत के बाद विधवा हुई पत्नी का देवर से चल रहा संबंध पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शादी के फेरों में तब्दील हो गया और लंबे समय से शादी से इंकार कर रहे देवर ने आखिरकार भाभी की मांग भरते हुए उसे पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया. मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के अंधऊ गांव का है. दोनों ने कोतवाली परिसर में स्थित मंदिर में परिजनों की मौजूदगी में वैवाहिक रस्म को पूरा किया.

देवर ने शादी से किया इनकार तो पुलिस ने करवाई
जानकारी के मुताबिक, जंगीपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर 9 आजाद नगर निवासी साधु विश्वकर्मा की बेटी मौसमी विश्वकर्मा की शादी सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंधऊ गांव निवासी त्रिलोकी विश्वकर्मा से 2015 में शादी हुई थी. दोनों से एक बेटा हुआ, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था. एक साल पहले बिजली की जद में आने से त्रिलोकी की मौत हो गई. इसके बाद विधवा मौसमी की अपने देवर से करीबी बढ़ गई. महिला थाने की एसओ शशि सिंह ने बताया कि पति की मौत के बाद विधवा हुई पत्नी का अपने देवर जगरनाथ विश्वकर्मा से संबंध बन गया. दोनों लंबे समय तक रिलेशनशिप में रहे.

खूब सुर्खियों में रही देवर-भाभी की शादी
इस बीच जब मौसमी ने देवर जगरनाथ से शादी करने की बात कही तो उसने इंकार कर दिया. इसके बाद मौसमी और उसके परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई. आखिरकार पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों ने सुलह करते हुए कोतवाली परिसर में स्थित मंदिर में विवाह कर लिया. फिलहाल, कई घटनाक्रमों से गुजरते हुए देवर-भाभी की शादी चर्चाओं में शामिल रही.