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देहरादून: गत मंगलवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू कश्मीर में थी, लेकिन उत्तराखंड कांग्रेस के कई नेता जोशीमठ के मुद्दे पर राहुल गांधी के साथ पैदल चले. दरअसल, कांग्रेस 30 जनवरी के बाद राहुल गांधी को जोशीमठ लाना चाहती है. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा कि जिस जोशीमठ को प्रधानमंत्री और वो खुद देख रहे हों, उस मुद्दे पर भ्रम फैलाने की सियासत ठीक नहीं है.
राहुल गांधी का नाम उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए कितने काम का है, ये सब देख चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हाथ का साथ नहीं छोड़ना चाहते. मंगलवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जोशीमठ आपदा से जोड़ा गया, तो 2024 की सियासत चमकाने के लिए उत्तराखंड कांग्रेस के नेता भी पहुंचे. करन महारा, यशपाल आर्य, हरीश रावत, प्रीतम सिंह, हरक सिंह सभी ने राहुल गांधी के सामने हाजिरी लगाई और जोशीमठ के मुद्दे के साथ सियासत चमकाई. पूर्व सीएम हरीश रावत की मानें, तो जोशीमठ के मुद्दे को राहुल गांधी ने ध्यान से सुना, और जल्द जोशीमठ भी आएंगे.
कांग्रेस ने जोशीमठ को सियासत का मुद्दा बनाया, तो जवाब सरकार की तरफ से भी आया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कहा कि जोशीमठ के 70 परसेंट क्षेत्र में हालात सामान्य हैं. यात्रा भी वक्त पर होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस जोशीमठ की मॉनिटरिंग खुद प्रधानमंत्री और वो लगातार कर रहे हैं, ऐसे में भ्रम फैलाने की सियासत ठीक नहीं है. केंद्र और राज्य सरकार जोशीमठ में राहत बचाव से लेकर मीटिंग और मॉनिटरिंग में जुटी है, और कांग्रेस जोशीमठ के नाम पर सियासत जम्मू कश्मीर से कर रही है. 2014 लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सत्ता से बाहर होती चली गई.