Uttarakhand: घूमने,फिरने और राफ्टिंग के लिए हो जाइए तैयार, जानिए सितंबर में कब से कर सकते हैं यात्रा

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अगर आप घूमने फिरने और राफ्टिंग जैसे स्पोर्ट्स एक्टिविटी के शौकीन हैं तो सितंबर में परिवार के साथ बेहतर समय बिताने का अच्छा विकल्प हो सकता है। आने वाले कुछ दिनों में उत्तराखंड में इसके लिए फिर से तैयार नजर आएगा। ​बीच में बारिश और मानसून के चलते पर्यटक स्थलों पर भीड़भाड़ कम हो गई है। जहां अब एक बार फिर रौनक शुरू होने वाली है। इसके लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। 15 सितंबर के बाद उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों और चार धाम यात्रा में फिर से रफ्तार दिखनी तय है। उत्तराखंड में पर्यटकों के लिए घूमने फिरने और स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए ऋषिकेश सबसे पसंदीदा पर्यटक स्थल है। यहां बारिश होने पर भी पर्यटक आसानी से बेहतर समय बिता सकते हैं। हालांकि इस बीच ऋषिकेश में स्पोर्ट्स एक्टिविटी जैसे राफ्टिंग को बंद रखा जाता है। जो कि अब फिर से शुरू होने जा रही है। गंगा का कौडियाला मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन राफ्टिंग गतिविधि के लिए विश्व प्रसिद्ध है। मानसून काल में गंगा में राफ्टिंग की गतिविधि पर रोक रहती है। चंद्रयान की कामयाबी पर ISRO प्रमुख सोमनाथ को बच्‍चे ने दिया ये प्‍यारा सा उपहार, वायरल फोटो ने जीता दिल ऋषिकेश में गंगा के कौडियाला-मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में अभी रिवर राफ्टिंग के लिए पर्यटकों काे और इंतजार करना पड़ेगा। जिला तकनीकी समिति के सर्वे में गंगा का अभी राफ्टिंग के अनुकूल नहीं पाया गया। अब 12 सितंबर को फिर से तकनीकी समिति गंगा में राफ्टिंग के लिए अनुकूल परिस्थितियों का जायजा लेगी। इसके बाद राफ्टिंग शुरू हो सकता है। इस समय तक मौसम भी पूरी तरह से घूमने फिरने के लिए अनुकुल हो सकता है। इसी तरह मसूरी में भी अब बारिश का क्रम लगभग बंद हो गया है। फिलहाल बारिश की कोई संभावना भी नहीं है। ऐसे में ये सितंबर का समय अब परिवार के साथ घूमने फिरने के लिए सबसे बेहतर समय हो सकता है। इसी तरह ऋषिकेश के आसपास रिसॉर्ट में भी 31 अगस्त तक रुकने पर प्रतिबंध लगाया गया था। जो कि अब बारिश का क्रम बंद होता ही दोबारा शुरू होने की संभावना है। ऐसे में 15 सितंबर के आसपास दोबारा उत्तराखंड में पर्यटकों की रफ्तार तेज हो सकती है। इसके साथ ही पर्यटक स्थलों में भी अब दोबारा दूसरे चरण की रौनक नजर आएगी। जो कि मानसून की वजह से बंद हो गई थी। चार धाम यात्रा पर भी बीच में बारिश ने ब्रेक लगाई थी,जो कि अब फिर से सुचारु रुप से संचालित हो सकेगी। इस बार चार धाम यात्रा नवंबर तक संचालित होगी।