उत्तराखंड को मोदी और धामी की जोड़ी से ये हैं उम्मीदें, विकास, रफ्तार, सरकार और हवाई सफर पर नजर

Uttarakhand has expectations from the pair of Modi and Dhami, eyes on development, speed, government and air travel
Uttarakhand has expectations from the pair of Modi and Dhami, eyes on development, speed, government and air travel
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साल 2022 उत्तराखंड के लिहाज से काफी खास रहा। प्रदेश में जहां धामी सरकार ने इतिहास रचते हुए मिथक तोड़ा और दोबारा सत्ता पाने में कामयाब हुए तो पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। अब साल 2023 से प्रदेश को कई उम्मीदें हैं। धामी सरकार प्रदेश में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इनमें कई केन्द्र सरकार की मदद से पूरे हो रहे हैं। जिनमें केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, नीलकंठ, यमुनोत्री में रोपवे प्रोजेक्ट, दिल्ली-दून हाईवे, दून समेत कई सिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट और दूसरी तरफ धामी सरकार प्रदेश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाली है। जो कि 2023 में पूरा होने की उम्मीद है।

यूनि​फॉर्म सिविल कोड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 27 मई 2022 को राज्य में समान नगारिक संहिता के परीक्षण एवं क्रियान्वयन के लिए जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई (सेनि.) की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की ड्राफ्ट रिपोर्ट अब मई 2023 तक आएगी। इसके बाद यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन जाएगा।

केदारनाथ के लिए प्रस्तावित रोपवे, विश्व के सबसे लंबा रोपवे
उत्तराखंड तीर्थाटन व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यहां पर पहाड़ी रास्ता होने से पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को अधिक समय लगता है। लेकिन अब सरकार रोपवे प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। उत्तराखंड में रोपवे परियोजनाओं सोनप्रयाग से केदारनाथ, गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब और हरिद्वार में हरकी पैड़ी से चंडी देवी, नीलकंठ पर काम शुरू हो गया है। उम्मीद है कि इस साल ये रोपवे प्रोजेक्ट पूरे हो जाएं। केदारनाथ के लिए प्रस्तावित रोपवे की लंबाई 11.5 किमी है। इसका निर्माण होने पर यह विश्व के सबसे लंबे रोपवे में शामिल हो जाएगा। इससे सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की दूरी 25 मिनट में तय हो सकेगी।

खरसाली से यमुनोत्री रोपवे पर जल्द काम शुरू
उत्तरकाशी जिले में खरसाली से यमुनोत्री रोपवे पर जल्द काम शुरू हो सकता है। रोपवे के लिए वन मंत्रालय ने 3.838 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरण करने के आदेश जारी किए हैं। जल्द ही पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी मोड) पर रोपवे का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए खरसाली से यमुनोत्री मंदिर तक रोपवे प्रस्तावित है। इस रोपवे की कुल दूरी 3.5 किलोमीटर होगी।

नीलकंठ महादेव तक 5.5 किलोमीटर लंबा रोपवे
ऋषिकेश के प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव मंदिर जाने के लिए अब भक्तों की राह आसान होगी। इसके लिए आईएसबीटी से त्रिवेणी घाट और त्रिवेणी घाट से नीलकंठ महादेव तक 5.5 किलोमीटर लंबा रोपवे बनने जा रहा है। ये रोपवे 36 किलोमीटर की दूरी को 5.5 किलोमीटर में बदल देगा। इस रोपवे एक घंटे में एक साइट में एक हजार लोग जा सकेंगे। इस प्रोजेक्ट पर अनुमानित 455 करोड़ का खर्चा आएगा। रोपवे बनने से 36 किलोमीटर की यह दूरी 21 मिनट में तय हो जाएगी। शिवभक्तों के लिए ये मंदिर खास है।

दिल्‍ली- देहरादून हाई-वे सिर्फ दो से ढ़ाई घंटे सफर
दिल्‍ली- देहरादून हाई-वे एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा। दिल्‍ली देहरादून हाईवे की कुल 210 किमी लंबा है। सहारनपुर से देहरादून तक हाईवे बन चुका है। दिल्‍ली से सहारनपुर तक हाईवे का काम चल रहा है। इस सफर को पूरा करने में सिर्फ दो से ढ़ाई घंटे लगेंगे।

मेट्रो रेल का सपना
नए साल में दूनवासियों को मेट्रो की सौगात मिल सकती है। वर्ष 2017 से दून में मेट्रो रेल का सपना अधर में लटका है। इतना ही नहीं मेट्रो रेल के साथ पीआरटीएस, एलरटीएस, केबल कार के रूप में कई सुझावों पर चर्चा हो चुकी है। अब मेट्रो नियो के रूप में दून की उम्मीदें पूरी हो सकती हैं।

धामी सरकार में 3 मंत्री पद मिलने की आस
उत्तराखंड की धामी सरकार में अभी सीएम धामी को जोड़कर 9 कैबिनेट मंत्री हैं। इस तरह से धामी सरकार में 3 मंत्री की सीट रिक्त है। नए साल में भाजपा के कई सीनियर विधायकों को मंत्री पद मिलने की आस है। इतना ही नहीं दायित्वधारियों को भी 2023 में ​दायित्व मिलने की उम्मीद है।