गहलोत और पायलट में किसे बनाया जाए राजस्थान का सीएम, आचार्य प्रमोद कृष्णम का जवाब हैरान करने वाला

Who should be made the CM of Rajasthan between Gehlot and Pilot, Acharya Pramod Krishnam's answer is surprising
Who should be made the CM of Rajasthan between Gehlot and Pilot, Acharya Pramod Krishnam's answer is surprising
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Acharya Pramod Krishnam News: कल्की पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) का मानना है कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) के साथ नाइंसाफी हुई है.उनका कहना है कि 2018 के चुनाव के बाद सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा है कि राजस्थान की जनता चाहती है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनें. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को सचिन पायलट के लिए नहीं बल्कि युवाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करना चाहिए. उन्होंने बिना किसी नाम लिए कहा कि जो चेहरे बासी हो चुके हैं, उनको रास्ता छोड़ देना चाहिए.आचार्य प्रमोद ने यह बात एबीपी लाइव को दिए एक विशेष इंटरव्यू में कही.

अशोक गहलोत को सीएम पद से क्यों हटाना चाहते हैं

उनके पूछा गया था कि आप राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हटाने की बात क्यों करते हैं, जबकि वो अच्छा काम कर रहे हैं और 2030 की योजना बना रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा कि अशोक जी सम्मानित व्यक्ति हैं.मेरे लिए आदरणीय हैं.लेकिन, अब उनका दौर खत्म हो चुका है.अब सचिन पायलट का दौर है.

उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि सचिन पायलट के साथ नाइंसाफी हुई.साल 2018 में जब चुनाव हुए, तो सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह पार्टी हाईकमान का फैसला था. अब जब नेतृत्व परिवर्तन की बात आई, तो अशोक गहलोत को भी पार्टी का फैसला मानना चाहिए. राजस्थान की जनता चाहती है कि सचिन पायलट उनके मुख्यमंत्री हो.मैं यह नहीं कहता कि अशोक गहलोत को बर्खास्त कर दिया जाए. अशोक गहलोत अब पिता की भूमिका में है. पिता अपने पुत्र को ही सत्ता देता है. उसका रास्ता प्रशस्त करता है. सचिन पायलट का मार्ग अशोक गहलोत को प्रशस्त करना चाहिए. सचिन पायलट का व्यक्तिगत रूप से नहीं बल्कि युवाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया जाना चाहिए. जो चेहरे बासी हो चुके हैं, उन्हें रास्ता छोड़ देना चाहिए.”

जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में क्या हुआ था

आचार्य प्रमोद से जब पिछले साल सितंबर में जयपुर में कांग्रेल विधायक दल की बैठक को लेकर हुए घटनाक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”इसका जवाब तो मलिकार्जुन खरगे और अजय माकन दे सकेंगे.मलिकार्जुन खरगे बता सकेंगे कि अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान का अपमान किया या नहीं? उस समय सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थी और वे ऑब्जर्वर और बन के गए थे.अजय माकन प्रभारी थे.जो अपमान अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान का किया, वह तो आज तक के इतिहास में कभी हुआ ही नहीं. कांग्रेस नेतृत्व का इतना अपमान किसी दौर में नहीं हुआ. अब भी वह मुख्यमंत्री बने हुए हैं.इससे लगता है कि कांग्रेस आलाकमान अब दिल्ली नहीं रहता, बल्कि जयपुर में रहता है.”

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक साल पहले सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था.इस आशीर्वाद के सवाल पर वो कहते हैं, ”मैंने यह नहीं कहा था कि कब तक बनेंगे? मैंने कहा है बनेंगे.”उन्होंने कहा कि यह तो भगवान की इच्छा पर निर्भर है कि सचिन पायलट कब तक मुख्यमंत्री बनेंगे.राजस्थान की जनता का प्यार जब फलित होगा, तब बन जाएंगे.”