संजय सिंह की गिरफ्तारी क्यों केजरीवाल के लिए इतनी बड़ी टेंशन, 4 वजहों से समझें

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के बड़े नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार को दिनभर की छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें गिरफ्तार किया। संजय सिंह की गिरफ्तारी को ‘आप’ और इसके राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। संजय सिंह की गिरफ्तारी से पार्टी को कई मोर्चों पर नुकसान झेलना पड़ सकता है।

अन्ना आंदोलन के समय से ही संजय सिंह अरविंद केजरीवाल के सबसे करीबी नेताओं में शामिल रहे हैं। केजरीवाल के साथ दो चेहरे जो हर समय सबसे अधिक मजबूती के साथ खड़े रहे उनमें सिसोदिया के बाद दूसरा नाम संजय सिंह का ही है। यही वजह है कि सिसोदिया को केजरीवाल का दायां हाथ कहा जाता है तो संजय को बायां हाथ माना जाता रहा है।

पार्टी के कामकाज पर असर
संजय सिंह का कद आम आदमी पार्टी में बहुत बड़ा है। केजरीवाल और सिसोदिया के बाद संजय सिंह ही वह व्यक्ति हैं जिनकी पकड़ी पार्टी के सभी बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक पर है। पार्टी की सभी अहम रणनीति और विस्तार की योजनाओं में उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। संजय सिंह राज्यसभा से सांसद हैं और सड़क से संसद तक पार्टी की आवाज को मजबूती से रखते हैं।

उत्तर प्रदेश में मिशन को झटका
संजय सिंह पिछले काफी समय से आम आदमी पार्टी की नींव उत्तर प्रदेश में मजबूत करने में जुटे थे। विधानसभा चुनाव में भले ही आम आदमी पार्टी अपनी छाप नहीं छोड़ पाई थी लेकिन निकाय चुनाव में पार्टी ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।

‘इंडिया’ गठबंधन में अहम कड़ी
आम आदमी पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन में शामिल है। वह आप और इंडिया गठबंधन के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं। संजय सिंह ने ‘आप’ को दूसरे दलों के करीब लाने में अहम भूमिका निभाई। अब उनके जेल जाने से विपक्षी गठबंधन के साथ समन्वय के काम का बोझ राघव चड्ढा जैसे दूसरे नेताओं पर बढ़ेगा।

कानूनी शिकंजे में तीन सबसे बड़े नेता
संजय सिंह की गिरफ्तारी से पहले आम आदमी पार्टी के दो और बड़े नेता कानूनी शिकंजे में घिर चुके हैं। संजय सिंह से पहले शराब घोटाले में ही मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा तो दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को भी एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल जाना पड़ा। इससे पार्टी की साख को भी झटका लगा है।