पंजाब के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में कलह! कुमारी सैलजा को हटाने पर अड़े विधायक

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चंडीगढ़. पंजाब के बाद अब हरियाणा कांग्रेस में कलह की खबरें सामने आ रही हैं. हरियाणा कांग्रेस का यह विवाद अब राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तक पहुंच चुका है. इस मुद्दे पर सोमवार को हरियाणा कांग्रेस के विधायकों की केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हो सकती है. हुड्डा समर्थक विधायक सोमवार दोपहर को केसी वेणुगोपाल से मिलेंगे. इससे पहले हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा की भी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हुई थी. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक 19 विधायकों ने कुछ दिनों पहले दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचकर प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से साफ कहा था कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में हरियाणा कांग्रेस को मजबूत नेतृत्व की जरूरत है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह विवाद जल्द खत्म नहीं होगा.

हुड्डा समर्थक विधायकों ने कहा था कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्षा कुमारी सैलजा को हटाकर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस की कमान सौंपी जाए. इसके लिए विधायकों ने राज्य कांग्रेस के कमजोर संगठन और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला की रिहाई को आधार बनाया है. कांग्रेस विधायक कह रहे हैं कि किसान संगठनों के आंदोलन और चौटाला की रिहाई के बाद भी यदि कांग्रेस की कमान पूर्व सीएम हुड्डा के पास नहीं रही तो यह स्थिति पार्टी के लिए मुश्किल भरी होगी.

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने विरोधियों पर तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि मेरी रगों में कांग्रेसी खून है. हो सकता है कि कुछ लोगों की रगों में कम कांग्रेसी खून हो. कांग्रेस बड़ा समुद्र है. नेता आते-जाते रहते हैं. मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं. मेरे पूर्वजों ने कभी कांग्रेस नहीं छोड़ी.

बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने जब से हुड्डा समर्थकों की सूची के बिना ही प्रदेश टीम को अंतिम रूप देकर आलाकमान को भेजने का निर्णय लिया है, तब से ही हुड्डा समर्थक विधायकों ने प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने का समय मांगना शुरू कर दिया था. विवेक बंसल ने इन विधायकों से बृहस्पतिवार को दिल्ली में मुलाकात का समय दे दिया था. इसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सभी विधायकों से खुद मिलकर और फोन पर मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचने का निर्देश दिया था.