राजस्थान में छात्र और शिक्षकों को लेकर गहलोत सरकार का बड़ा फैसला, यहां देखें

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जयपुर। शिक्षा विभाग की ओर से आज छात्र हितों और शिक्षक कर्मचारियों के हितों को लेकर दो बड़े फैसले लिए गए हैं और इन्हीं हितों को लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के द्वारा आज दो स्कीम को लॉन्च किया गया है.

बीकानेर में आयोजित एक साधारण कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में दो स्कीम को लॉन्च किया. पहली स्कीम के तहत अब जहां विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए दो अलग-अलग बार पोर्टल पर आवेदन नहीं करना होगा. एक बार आवेदन करने के बाद कक्षा 12वीं तक विद्यार्थी को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सकेगा तो वहीं, दूसरी ओर एसीपी के चलते प्रमोशन में होने वाली देरी अब नहीं हो पाएगी.

शिक्षा विभाग की ओर से एसीपी के लिए अब ऑनलाइन व्यवस्था कर दी गई है. कार्यक्रम के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि “आज दो स्कीम की लॉन्चिंग की गई है. एक तो छात्रवृत्ति है जो बच्चों को मिलती है. उन छात्रवृत्तियों में प्रारंभिक शिक्षा का अलग पोर्टल था और माध्यमिक शिक्षा का अलग पोर्टल था, जिसके कारण से बच्चा 9वीं कक्षा में जाता था तो उस समय उसको तमाम जानकारी दोबारा पोर्टल पर देनी पड़ती थी लेकिन अब उसको एक कर दिया गया है. दूसरी स्कीम के तहत कर्मचारियों की एसीपी नहीं होने के कारण उनके प्रमोशन में समस्या होते थी और लंबी पेंडेंसी की शिक्षकों की शिकायतें रहती थी. इसको अब हमने ऑनलाइन कर दिया है. बरसों से चली आ रही एसीपी की समस्या अब ऑनलाइन होने के चलते दूर होगी.

इसके साथ ही कर्मचारियों के हित के लिए जो हितकारी निधि बनी हुई है, उसमें किसी भी कर्मचारी की मृत्यु होने पर डेढ़ लाख मिलते थे. हमने आज फैसला किया है की उसकी राशि बढ़ाकर 3 लाख की जाए हालांकि जिन कर्मचारियों की कोरोना के अंतर्गत विभागीय कार्य करने समय मृत्यु होती है तो उसके आश्रितों को 50 लाख की सहायता मिलेगी.”