रोजगार पर खुशखबरी, यह IT कंपनी इस साल 25 हजार फ्रेशर्स को करेगी हायर

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नई दिल्ली: भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस ने कहा कि वह वित्त वर्ष 2021-22 में 25000 फ्रेशर्स को कैंपस से हायर करेगी. हालांकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का एट्रिशन रेट 15 फीसदी (attrition/कर्मचारियों की कंपनी छोड़ने की दर) रहा था. जुलाई 2021 से कंपनी सेकेंड परफॉर्मेंस रिव्यू की शुरुआत करेगी. कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीण राव ने कहा कि डिमांड में तेजी के बीच एट्रिशन रेट में तेजी आई है. इसके बावजूद कंपनी टैलेंट को बनाए रखने के लिए लगातार कोशिश कर रही है.

इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की तरफ से कोरोना महामारी के कारण 2020 में हाइक नहीं दिया गया था. इस साल जनवरी में कंपनी की तरफ से पहले चरण की इंक्रीमेंट की घोषणा की गई. इस साल होने वाली 25 हजार हायरिंग में 24 हजार हायरिंग इंडियन कॉलेजों से की जाएगी जबकि 1000 फ्रेशर्स की हायरिंग विदेशी कॉलेजों से की जाएगी. वित्त वर्ष 200-21 में कंपनी ने 19 हजार कैंपस हायरिंग भारत से और 2000 कैंपस हायरिंग दूसरे देशों के कॉलेजों से की थी.

2.60 लाख कंपनी के साथ काम कर रहे हैं
वित्त वर्ष 2021 के खत्म होने पर कंपनी में काम करने वाले एंप्लॉयी की कुल संख्या 2 लाख 59 हजार 619 थी. मार्च तिमाही के लिए कंपनी का यूटिलाइजेशन रेट 87.70 फीसदी था. इसी सप्ताह देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने रिजल्ट की घोषणा की थी. टीसीएस ने साथ में यह भी कहा कि वह 40 हजार लोगों को इस साल नौकरी पर रखेगी. पिछले साल भी कंपनी ने 40 हजार लोगों को नौकरी दी थी. TCS का एंट्रिशन रेट 7.2 फीसदी है.

कंपनी के प्रॉफिट में 17 फीसदी का उछाल
इस बीच इन्फोसिस ने आज मार्च तिमाही के लिए रिजल्ट जारी किया है. मार्च तिमाही में कंपनी ने 5076 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था. पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले इसमें 17.10 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है. पिछले साल मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 4321 करोड़ रुपए रहा था. आपरेटिंग रेवेन्यू 26311 करोड़ रुपए रहा जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का टोटल रेवेन्यू 1 लाख करोड़ से ज्यादा रहा.

9200 करोड़ का शेयर बायबैक, 15 रुपए डिविडेंड
इसके अलावा इन्फोसिस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1750 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 9200 करोड़ के शेयर बायबैक योजना को मंजूरी दी है. कंपनी 15 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड जारी करने की भी घोषणा की है. इन्फोसिस के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शेयरधारकों को 15,600 करोड़ रुपए की पूंजी वापसी की सिफारिश भी की है. इसमें अंतिम लाभांश के तौर पर 6,400 करोड़ रुपए और शेयरों की वापसी खरीद के जरिये 9,200 करोड़ रुपए की राशि शेयरधारकों की जेब में पहुंचेगी.