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देहरादून. उत्तराखंड में अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज़ होता जा रहा है. हल्द्वानी और कोटद्वार में सैकड़ों युवा सड़कों पर निकले. कोटद्वार में इन नौजवानों ने रास्ता जाम किया तो हल्द्वानी में रामलीला मैदान पर विरोध प्रदर्शन के लिए सुबह 7 बजे से ही युवा इकट्ठे होने लगे. इस तय कार्यक्रम के बाद पुलिस को तब लाठियां भांजनी पड़ीं, जब युवा सड़कों पर उतर आए. वहीं, पिथौरागढ़ में विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन जारी रहा, तो अल्मोड़ा में भी आज 17 जून को युवा जुलूस निकालकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी अग्निपथ योजना के विरोध में देहरादून में जहां शांतिपूर्वक विरोध की खबरें रहीं, वहीं हल्द्वानी में ज़बरदस्त प्रदर्शन हुआ. सैकड़ों युवा तिकोनिया चौराहे पर जमा हो गए. यह कार्यक्रम रामलीला मैदान पर तय था लेकिन देखते ही देखते युवाओं ने हल्द्वानी नैनीताल हाईवे जाम कर दिया. तब पुलिस और प्रशासन को स्थिति काबू करने की चुनौती खड़ी हुई.
प्रदर्शनकारी युवाओं को समझाने की काफी कोशिश के बाद जब वो मानने को तैयार नहीं हुए तब पुलिस ने लाठी चार्ज कर हाईवे को खाली कराया. अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवा लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करते दिखे, जब तक पुलिस ने लाठियां भांजकर उन्हें खदेड़ नहीं दिया. एसपी क्राइम जगदीश चंद्र ने कहा कि हाईवे खाली करवाने और शांति बनाए रखने के लिए मामूली बल प्रयोग किया गया.
इधर, पिथौरागढ़ में लगातार दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा. पुलिस ने 80 से अधिक युवाओं पर मुकदमा दर्ज किया. गौरतलब है कि कल 16 जून को पिथौरागढ़ और चंपावत में भारी संख्या में युवाओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया था और रास्ते जाम कर दिए थे.
उत्तराखंड के गढ़वाल में भी युवाओं के बड़े प्रदर्शन की खबर है. कोटद्वार में सैकड़ों की तादाद में युवाओं ने आज एनएच 534 जाम कर दिया. तहसील में इकट्ठे हुए युवाओं ने शहर में जुलूस निकालते हुए मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी भी की. युवाओं ने कहा कि वो लंबे समय से सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन सरकार के इस फैसले से उनके भविष्य पर संकट खड़ा हो चुका है.
इधर, अल्मोड़ा में युवाओं ने पूरे बाज़ार में जुलूस निकालकर जमकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की. युवाओं ने कहा सरकार युवाओं के साथ मज़ाक कर रही है. उन्होंने जल्द इस फैसले को वापस न लेने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी. प्रदर्शनकारियों ने कहा, जबकि दो वर्ष पहले हुई भर्ती की लिखित परीक्षा नहीं हो सकी है, ऐसे में इस तरह के फैसले युवाओं के भविष्य के साथ न्याय नहीं हैं.
इस बवाल के बरक्स, नैनीताल पहुंचे रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कई राज्यों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में ट्रेन जैसी राष्ट्रीय संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने को गलत बताते हुए विपक्ष पर युवाओं को भ्रमित करने और भड़काने का आरोप लगाया. भट्ट ने दावा किया कि इस योजना से रोजगार मिलेगा और 25 प्रतिशत भर्तियां ही होंगी.
भट्ट के मुताबिक अमेरिका, चीन, रूस व अन्य देशों की सेना पर अध्ययन के बाद यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्य पुलिस और अन्य बलों में इन युवाओं को लेने और पेंशन सुविधा देने का वादा कर चुके हैं. गौरतलब है कि इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह इस योजना को युवाओं के लिए फायदेमंद करार दे चुके हैं.