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नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक टीवी जर्नलिस्ट की कहानी वायरल हो रही है. बताया जा रहा है कि उसकी स्थिति अब इतनी खराब हो चुकी है कि उसे स्ट्रीट फूड बेचना पड़ रहा है. इस पोस्ट पर कई लोग पत्रकार के साथ सहानुभूति प्रकट करते दिख रहे हैं.
मामला अफगानिस्तान का है. पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई की सरकार में काम कर चुके कबीर हकमाली ने ट्वीट कर एक पत्रकार की कहानी शेयर की है. उन्होंने तीन फोटोज भी शेयर किए हैं. एक में वह एंकर की पोज में किसी स्टूडियो में बैठे दिखते हैं. दूसरे में वह सड़क किनारे कुछ सामान के साथ बैठे दिखते हैं.
कबीर हकमाली ने ट्वीट कर लिखा- तालिबानी राज में अफगानिस्तान में पत्रकारों की जिंदगी. मूसा मोहम्मदी ने सालों तक एंकर और रिपोर्टर के तौर पर अलग-अलग टीवी चैनल्स में काम किया. अब उनके पास परिवार को खिलाने भर भी पैसे नहीं हैं. वह स्ट्रीट फूड बेचकर कुछ पैसे कमाते हैं. लोकतंत्र के खातमे के बाद से अफगानी लोगों को अप्रत्याशित गरीबी झेलनी पड़ रही है. इस पोस्ट पर कई भारतीय लोगों ने भी कमेंट किया है. एक यूजर ने लिखा है- लव एंड केयर फ्रॉम इंडिया… उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार इन लोगों की मदद करेगी. दूसरे ने लिखा- भारत आ जाओ, यहां ज्यादा अवसर हैं.
इससे पहले कबीर ने ट्वीट कर एक और पत्रकार का वीडियो शेयर किया था. उन्होंने तब एकराम इस्माती के साथ हुई घटना के बारे में बताया था. उन्होंने लिखा- यह एक अफगानी पत्रकार, एकराम इस्माती हैं. तालिबान ने काबूल के PD5 से उनका अपहरण कर लिया था. उन्हें पीटा गया और अपमानित किया गया, सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने जींस पहन रखा था और उनकी दाढ़ी शेव की हुई थी. गैरकानूनी तरीके से एकराम का फोन चेक किया गया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई.