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जयपुर: राजस्थान 15वीं विधानसभा का 7वां सत्र आज 19 सितंबर सुबह 11 बजे से शुरू हुआ था, जो हंगामे के कारण स्थगित करना पड़ा। बता दें की आज सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के कारण दो बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। वहीं सीएम गहलोत ने बजट सत्र का सत्रावसान किए बिना सितंबर महीने में आज से फिर से विधानसभा सत्र बुलाए जाने पर सफाई भी दी है।
बता दें कि बिना सत्रवासन के दूसरा चरण बुलाए जाने से नाराज भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू कर दिया और सरकार पर विधायकों के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन का आरोप भी लगाया हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इसके बाद तीसरी बार फिर कार्यवाही शुरू हुई तो पूर्व सांसद थानसिंह जाटव, पूर्व विधायक आदराम मेघवाल, इंदिरा मायाराम,पराक्रम सिंह, भरतलाल और जयकृष्ण तोसावड़ा को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
वहीं, बजट सत्र को ही जारी रखते हो हुए विधानसभा का आज से सत्र शुरू हुआ तो बीजेपी विधायकों ने इसका विरोध किया और स्पीकर सीपी जोशी के कमरे में जाकर इन लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया। उन्हें इस बात को लेकर आपत्ति थी कि उनके सवाल पूछने का कोटा खत्म हो चुका है और इन 6 महीनों में कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर सरकार से सवाल पूछे जाने हैं।
बजट सत्र का सत्रावसान किए बिना आज से फिर से विधानसभा सत्र बुलाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया का कहना है कि सरकार ने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ और वो खुल कर अपने सवाल नहीं पूछ पाएंगे।
इसका पलटवार करते हुए सत्ता पक्ष के मंत्री और मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि यह बीजेपी की ओछी मानसिकता है। विधानसभा अध्यक्ष के चैम्बर में धरना दे रहे हैं। स्पीकर ने नियमों के तहत सदन बुलाया है।