नई दिल्ली: उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल एक और नए विवाद को फंसते नजर आ रहे है। मंत्री अग्रवाल ने रविवार को अपने विभाग में 74 अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए। इसके बाद वे अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के साथ जर्मनी रवाना हो गए। यह फाइल मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की टेबल पर पहुंची, तो बवाल हो गया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री धामी ने तबादलों पर तुरंत रोक लगा दी है। आपको बता दें कि पहले ही शहरी विकास मंत्री विधानसभा में बैकडोर एंट्री को लेकर विवादों के घेरे में हैं। ऐसे में उन्होंने अचानक अपने विभाग में बड़े स्तर पर तबादला आदेश जारी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
सीएम पुष्कर धामी ने लगाई तबादलों के आदेश रोक
बताया जा रहा है कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने रातोंरात आदेश जारी किया। इसके तुरंत बाद अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के साथ जर्मनी के लिए निकल गए। दूसरे दिन तबादलों की यह फाइल मंजूरी के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय में भेजी गई। फाइल को देखकर मुख्यमंत्री नाराज हो गए है। उन्होंने शहरी विकास सचिव दीपेंद्र चौधरी को तलब कर लिया। बताया जा रहा है कि तबादलों पर रोक लगाते हुए उन्होंने बिना पूछे कोई तबादला आदेश जारी नहीं करने को कहा।
जानिए क्यों जर्मनी गए है मंत्री अग्रवाल
शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार, मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट के सिलसिले में जर्मनी पहुंचे है। बतया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को लेकर एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके साथ ही उत्तराखंड और जर्मनी के बीच कचरा प्रबंधन संबंधी जानकारियों के बारे में बातचीत करेंगे। इस प्रोजेक्ट पर आने वाला पूरा खर्च कचरा प्रबंधन के लिए काम कर रही कंपनी जीआईजेड वहन कर रही है।
मंत्री अग्रवाल के साथ ये लोग भी गए जर्मनी
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के साथ अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, निदेशक शहरी विकास नवनीत पांडे, अपर निदेशक अशोक कुमार पांडे, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार दयानंद सरस्वती, मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश राहुल गोयल भी जर्मनी गए है। बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान अपशिष्ट प्रबंधन पर अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा।