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शिमला: हिमाचल में विदा होने से पहले मानसून कहर बनकर बरस रहा है। बीते 24 घंटे में 11 जगह बाढ़, बादल फटने, भूस्खलन और सड़क दुर्घटना की घटनाएं पेश आई। इनमें 9 की मौत, 5 लापता और 16 व्यक्ति घायल हुए हैं। सिरमौर के बड़ू साहिब में बीती शाम भारी बारिश के बाद खूब तबाही मची। यहां एक ट्रस्ट के कालेज में पानी घुस गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि यहां पढ़ने वाले करीब 4000 बच्चों को सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया गया है। कुछ गाड़ियां भी बाढ़ में बहने की सूचना है। सिरमौर के ही मोजा मंडी में जसवंत नाम का व्यक्ति बाढ़ में बह जाने के बाद से लापता है।
कुल्लू के जलोड़ी पास में एक ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त होने से 7 की मौत और 10 छात्र घायल हो गए। उधर, चंबा की ढिमला पंचायत के बकनी में में बीती रात बाढ़ के बाद से तीन व्यक्ति लापता है। धर्मशाला में भी बीती शाम पंजाब के 11 सैलानी भारी बारिश में फंस गए। SDRF की टीम ने देर रात तक सभी को रेस्क्यू कर लिया। किन्नौर के पागल नाला में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। शिमला जिला के बाघ स्कूल का बारिश में जमींदोज हो गया है। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में 8 पुलि भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
एक सप्ताह में 92 प्रतिशत ज्यादा बारिश
पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में सामान्य से 92 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 19 से 25 सितंबर तक प्रदेश में औसत बारिश 29.1 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 55.8 मिलीमीटर बारिश हुई। राज्य के सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश हुई है।
सिरमौर में सामान्य से 221% अधिक बारिश
सिरमौर में सामान्य से 221 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। शिमला में 189 फीसदी, कुल्लू में 141, चंबा में 109, सोलन में 135, ऊना में 195, बिलासपुर में 61, हमीरपुर में 19, कांगड़ा में 24, किन्नौर में 84, लाहौल स्पीति में 32 और मंडी में 46 फीसदी ज्यादा मेघ बरसे हैं।
199 सड़कें और 484 बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप्प
बीते 24 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रदेशभर में 199 सड़कें और 484 बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप हो गए हैं। चिंता इस बात को लेकर है कि अभी मानसून के विदा होने के कोई संकेत नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 29 सितंबर तक मौसम खराब बना रहेगा।
डलहौजी में 76 मिलीमीटर बारिश
बीते 24 घंटे के दौरान डलहौजी में सबसे ज्यादा 76 मिलीमीटर बारिश चंबा में, कांगड़ा में 48-48 मिलीमीटर, शिमला में 13 मिलीमीटर, धर्मशाला में 32.1 मिलीमीटर, ऊना में 20 मिलीमीटर, नाहन में 43.2 मिलीमीटर, ऊना में 20 मिलीमीटर, पालमपुर में 45, मिलीमीटर, सोलन में 34, मनाली 14 मिलीमीटर बारिश हुई है।
मानसून में मरने वालों का आंकड़ा 394 पहुंचा
हिमाचल में मानसून की बारिश से इस बार जान और माल को भारी नुकसान पहुंचा है। कुल्लू के जलोड़ी जोत में बीती रात हुए हादसे में 7 लोगों की मौत के बाद राज्य में मौजूदा मानसून सीजन में जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा 394 पहुंच गया है। 29 जून से 26 सितंबर तक 721 लोग घायल हुए और 12 लोग लंबे समय से लापता हैं।
मंडी व शिमला में 62-62 लोगों की मौत
मानसून के दौरान मंडी और शिमला जिला में 62-62 लोगों की जान गई है, जबकि कुल्लू में 48, चंबा में 40 और सिरमौर में 38 लोगों, ऊना में 41, सोलन में 24, किन्नौर में 8, लाहौल स्पीति में 10, हमीरपुर में 14 और बिलासपुर में 18 लोगों की जान बाढ़, भारी बारिश, भूस्खलन, सड़क दुर्घटनाओं में जा चुकी है।
2098 करोड़ की संपत्ति तबाह
भारी बारिश से 2098 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है। यह बीते 5 सालों में सर्वाधिक नुकसान है। इस अवधि में 181 घर पूरी तरह जमींदोज हुए। 864 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची। 840 गौशालाएं, 170 दुकानें और 56 घाट भी बारिश से तबाह हुए हैं।