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हिसार। ग्वार का बुलबुला फूट चुका है। बुलबुला फूटने से पहले कई लोग मालामाल हो चुके थे लेकिन इसके फूटते ही कई अपने भाग्य को कोस रहे हैं। पिछले दो दिनों में बंपर तेजी लेने के बाद ग्वार का दाम अब लगातार फर्श पर आता जा रहा है।
आदमपुर में वीरवार सुबह ग्वार 6500 रुपये से लेकर 6901 रुपये प्रति क्विंवटल बिका। ये भाव एक दिन पहले की तुलना में हजार रुपये कम था। लेकिन शाम को हुई बोली में एक बार फिर ग्वार ने अपनी चाल बदली। शाम की बोली में ग्वार 7200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव बिका। वहीं यदि पूरे हरियाणा की बात की जाए तो सिवानी मंडी में ग्वार सबसे महंगे भाव पर बिका। यहां पर ग्वार का अधिकतम भाव 7710 रुपये रहा। ऐलनाबाद में 5100 से 6592 व सिरसा में ग्वार 6000 से 6830 रुपये प्रति क्विंटल बिका।
राजस्थान में इस तरह रहे ग्वार के भाव
पड़ोसी राज्य राजस्थान की बात की जाए तो यहां पर सबसे महंगा ग्वार भामाशाह कोटा की अनाज मंडी में देखने को मिला। यहां पर ग्वार 6000 से 8200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिका। रावतसर मंडी में ग्वार 5600 से लेकर 6500 रुपये, राजगढ़ मंडी में ग्वार 6600 रुपये से 7500 रुपये, खाजुवाला में ग्वार 7301 रुपये, कुचामन सिटी में ग्वार 7800 रूपये, गजसिंहपुर मंडी में ग्वार 6899 रूपये, नोहर में 5500 से लेकर 7525 रुपये और अबोहर मंडी में ग्वार 7000 रुपये क्विंटल तक बिका।
ब्रोकर बलवीर ने बताया कि ग्वार में आई तेजी का आधार केवल और केवल अफवाह था। अफवाह का एक दौर होता है, जोकि एक-दो दिन चलता है। वह दौर निकल चुका है। अब ग्वार का भाव हरियाणा-राजस्थान में नीचे जाने की ही संभावना है। वहीं व्यापारी अनुज गोयल ने बताया कि किसी भी फसल की तेजी का कारण कच्चे माल की कमी या प्रोडेक्शन की ज्यादा डिमांड पर निर्भर करता है। इस समय न तो देश में ग्वार की कमी है और न ही ग्वार गम या ग्वार पाउडर की ज्यादा डिमांड है। यह तेजी किसानों द्वारा विभिन्न अफवाहों का शिकार होकर लाई गई थी। ऐसा पहली बार देखने को मिला कि व्यापारियों ने अपना स्टॉक कम किया और किसानों ने ग्वार की जमकर खरीद की।
ब्रोकर सतपाल, मुनीम एसोसिएशन प्रधान प्रमोद राड़ व मोतीलाल गोयल ने बताया कि ग्रामीण तबकों में एक अफवाह चली थी कि अफगानिस्तान युद्ध होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग्वार की मांग बढ़ रही है। पाकिस्तान में ग्वार की फसल खराब है। ऐसे में ग्वार अगले 10-15 दिनों में 35 से 40 हजार रुपये का भाव छू लेगा। इस अफवाह के चलते किसानों ने मंडी में जमकर ग्वार की परचेज की। प्रमोद राड़ ने बताया कि आढ़तियों द्वारा मना करने के बावजूद किसानों ने काफी ऊंचे भाव देकर ग्वार खरीदा। अब खरीदार नहीं हैं। ऐसे में भाव लगातार गिर रहे हैं। दूसरी तरफ लगातार तीसरे दिन आदमपुर में राजस्थान व अन्य प्रदेशों से काफी ज्यादा मात्रा में ग्वार आया।