अभी अभीः जंतर-मंतर में पहलवानों के उखाड़े टेंट, बजरंग पूनिया, विनेश-संगीता फोगाट, साक्षी मलिक हिरासत में, जमकर संग्राम

Abhi Abhi: Uprooted tents of wrestlers in Jantar Mantar, Bajrang Punia, Vinesh-Sangita Phogat, Sakshi Malik in custody, fierce struggle
Abhi Abhi: Uprooted tents of wrestlers in Jantar Mantar, Bajrang Punia, Vinesh-Sangita Phogat, Sakshi Malik in custody, fierce struggle
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पानीपत। संसद की नई बिल्डिंग के सामने पुलिस और धरना दे रहे पहलवानों के बीच झड़प हो गई। पहलवान बैरिकेड्स लांघकर नई संसद की तरफ जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोका और बजरंग पूनिया, विनेश-संगीता फोगाट, साक्षी मलिक सहित अन्य को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने धरना स्थल जंतर-मंतर पर लगे टेंट और कुर्सी हटा दिए।

दरअसल, 34 दिन से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवान रविवार को नई संसद के सामने महिला महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। लेकिन, दिल्ली पुलिस ने इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी थी। पहलवानों ने इसके बावजूद महापंचायत का आयोजन किया और संसद की तरफ जाने लगे।

पूनिया बोले- हमें गोली मार दो
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। पूनिया ने कहा कि साक्षी मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है।

महापंचायत में हरियाणा, यूपी और पंजाब समेत कई राज्यों के किसान शामिल होंगे। इसके चलते दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है।

दिल्ली में केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशनों के सभी एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं। सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बना दी गई है।

हरियाणा पुलिस ने रविवार सुबह हिसार, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, जींद और अंबाला में खाप प्रतिनिधियों और किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया।

हरियाणा में सभी टोल प्लाजा पर पुलिस तैनात कर दी गई है। महापंचायत की ओर जाने वालों को हिरासत में लिया जा रहा है।

हरियाणा-यूपी-पंजाब समेत 5 राज्यों के किसानों को महिला महापंचायत में आने वाले थे
यह महापंचायत भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर होनी थी। बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक की अगुआई में जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से धरना चल रहा है। महिला महापंचायत में हरियाणा के अलावा यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली की खापों के लोग और किसानों शामिल होने वाले थे।

18 जनवरी 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना देना शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। विनेश ने आरोप लगाया कि बृजभूषण होटल के उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं।

21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की मुलाकात हुई और धरना खत्म हो गया। भरोसा मिला कि चार हफ्ते के अंदर कमेटी की जांच रिपोर्ट आएगी, तब तक बृजभूषण सिंह के अधिकार छीने जाते हैं। जांच की मियाद को दो हफ्ते बढ़ाया गया। लेकिन यह रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
23 अप्रैल को पहलवान एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हमें इंसाफ नहीं मिला है और जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है धरना जारी रहेगा।

28 अप्रैल को पहलवानों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है। एक एफआईआर नाबालिग पहलवान के यौन उत्पीड़न की जिसमें पॉक्सो एक्ट भी लगा है। दूसरी एफआईआर वयस्क महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के संबंध में है।

3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। झड़प में पहलवान राकेश यादव और विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत को चोटें आई। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि रेसलर पर बल प्रयोग नहीं किया गया, 5 पुलिस वाले घायल हुए हैं।


7 मई को जंतर-मंतर पर खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत हुई, जिसमें में कई निर्णय लिए गए। शाम को बृजभूषण ने अपना और पहलवानों का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही।

22 मई को पहलवानों ने जंतर-मंतर से पत्रकार वार्ता कर बृजभूषण की नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती को स्वीकार किया। साथ ही कहा कि टेस्ट प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो और पूरा टेलीकास्ट लाइव हो।

25 मई को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया जींद के खटकड़ टोल पर आयोजित महापंचायत पर पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों को 28 मई को दिल्ली के नई संसद भवन के सामने होने वाली महिला महापंचायत में शामिल होने का आंमत्रण दिया।

26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि 28 मई को वे धरना स्थल से नई संसद भवन तक का मार्च करेंगे। इस बीच दिल्ली पुलिस उन्हें जहां भी रोकेगी, वे वहीं पर ही महापंचायत करेंगे।