मानहानि वाले नोटिस के बाद अब सीएमCM सुक्खू के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग, कांग्रेस के बागी ने लिखा लेटर

After defamation notice, now demand to register FIR against CM Sukhu, Congress rebel wrote letter
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शिमला: हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां चरम पर हैं। दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों- भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। सीएम सुक्खू अपनी चुनावी जनसभाओं में कांग्रेस के बागी पूर्व विधायकों पर करोड़ो रूपए में बिकने के आरोप लगा चुके हैं। इससे आहत होकर धर्मशाला उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इससे पहले वह मानहानि का नोटिस भी भेज चुके हैं।

सुधीर शर्मा ने हाल ही में मुख्यमंत्री पर मानहानि के मामले के बाद अब उन पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। सुधीर शर्मा ने इस बाबत एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री को एक पत्र लिखा है। उन्होंने अपनी इस शिकायत में मुख्यमंत्री के खिलाफ आपराधिक मानहानि एवं जनता को गुमराह करने की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। सुधीर शर्मा कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में आए हैं। वह धर्मशाला से कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं। बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में उन्होंने क्रॉस वोटिंग की थी।

सुधीर शर्मा ने अपनी प्राथमिकी में मुख्यंमत्री द्वारा उनके साथ अन्य पांच विधायकों पर दिए गए 15 करोड़ में बिकने के बयान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने की मांग की है। सुधीर शर्मा ने कहा कि वह पूर्व मंत्री और चार बार का विधायक रहे हैं और वर्तमान में भाजपा से धर्मशाला से उपचुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा बीते चार अप्रैल को ऊना जिले के कुटलैहड़ क्षेत्र में अपने सार्वजनिक संबोधन में कथित तौर पर झूठ बयान देकर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए आम जनता को गुमराह किया है।

सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस दौरान हाल ही में भाजपा में शामिल हुए छह विधायकों को 15 करोड़ रुपये मिलने के आरोप लगाए थे जो सरासर आधारहीन और झूठे हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि मुख्यमंत्री द्वारा कुटलैहड़ की यात्रा के लिए सार्वजनिक धन का उपयोग किया गया। उन्होंने इस मामले की गंभीरता और इसके प्रभाव को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग एसपी कांगड़ा से की है। इस बीच एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि उन्हें सुधीर शर्मा की ओर से एक मेल मिली है जिसे वह देख रही हैं।

भाजपा में शामिल हुए धर्मशाला के पूर्व विधायक सुधीर शर्मा ने इससे पूर्व पांच अप्रैल को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पांच करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है। पांच पेज का यह नोटिस सुधीर शर्मा के वकील की ओर से मुख्यमंत्री को भेजा गया है। नोटिस के मुताबिक, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने भाषणों में बार-बार सुधीर शर्मा पर कीचड़ उछाला है। कई अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, जिससे उनकी मानहानि हुई है।

छह कांग्रेस और तीन निर्दलीय विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को अपना मत दिया था। पूर्ण बहुमत की सरकार के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए थे। इसके बाद से यह सभी विधायक करीब एक महीने तक हिमाचल से बाहर थे। क्रॉस वोटिंग के बाद छह कांग्रेस विधायकों को स्पीकर ने अयोग्य करार दे दिया था।

उधर इस बीच एक महीने बाद वापिस लौटे सभी नौ विधायकों में से कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक भाजपा में शामिल हो गए और अब छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने कांग्रेस के बागी विधायकों को ही अपना उम्मीदवार बनाया है।