- सुहागरात ही क्यों होती है, सुहागदिन क्यों नहीं, जानिये मजेदार वजह - April 25, 2024
- फोन में दिखे ये 8 संकेत, तो समझ जाएं हो रही है आपके फोन की जासूसी! - April 25, 2024
- वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकता बच्चा कैमरे में कैद, वीडियो देख भड़के लोग - April 25, 2024
Operation Kaveri: सूडान में गृहयुद्ध के बाद भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी चला रही है. जिसके तहत अफ्रीकी देश में फंसे हिंदुस्तानियों को सुरक्षित लाया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वायुसेना अब तक लगभग 1200 लोगों को वापस भी ला चुकी है. इस दौरान इंडियन एयरफोर्स का हैरान कर देने वाला रेस्क्यू ऑपरेशन सामने आया जिसमें सेना का सी-130 जे विमान बिना रोशनी के उतरा और गर्भवती महिला समेत 121 भारतीयों को लेकर आ गया.
#SudanConflict | In a daring operation carried out on the night of 27/28 Apr 2023, a C-130J aircraft of the IAF rescued 121 personnel from a small airstrip at Wadi Sayyidna, which is about 40 km North of Khartoum. The passengers included medical cases, including a pregnant lady;… pic.twitter.com/gTQv0w8Pul
— ANI (@ANI) April 28, 2023
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस बारे में जानकारी देते हुए वायुसेना बताया है कि सूडान की राजधानी खार्तूम से लगभग 40 किमी. उत्तर में सईदना नाम की जगह है. वहां पर एक छोटी सी हवाई पट्टी है. यहां पर न नेविगेशन का इंतजाम था, न रोशनी की कोई व्यवस्था थी. इसके बावजूद सेना ने बहादुरी दिखाते हुए 121 भारतीयों को सुरक्षित निकाला. इसके लिए सेना की टेक्नोलॉजी काम आई है, जिसमें उन्होंने नाइट विजन वाले चश्मे का इस्तेमाल किया.
ऑपरेशन कावेरी में हो रहा सी-130जे विमान का इस्तेमाल
#OperationKaveri takes to the Skies!
Two #IAF C-130 J aircraft have evacuated more than 250 personnel from Port Sudan.#HarKaamDeshKeNaam pic.twitter.com/dXJ2VQzp19
— Indian Air Force (@IAF_MCC) April 26, 2023
इस पूरे ऑपरेशन के बारे में जानकारी देते हुए वायुसेना ने कहा, “27 और 28 अप्रैल की रात को एक साहसी ऑपरेशन चलाया गया. भारतीय वायुसेना के C-130J विमान ने सईदना में एक छोटी हवाई पट्टी से 121 कर्मियों को बचाया. इसमें एक गर्भवती महिला समेत स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोग भी शामिल हैं. ये जगह खार्तूम से 40 किमी. दूर उत्तर में है. इन लोगों के पास सूडान के पोर्ट पर पहुंचने का भी कोई साधन नहीं था.”
वायुसेना ने आगे जानकारी साझा करते हुए कहा, “जिस हवाई पट्टी पर उतरना था उसकी सतह खराब थी. बिना नेविगेशन के और सबसे बड़ी बात कि वहां पर लैंडिंग लाइट्स (ये किसी विमान के उतरने के लिए सबसे जरूरी हैं) भी नहीं थीं.” उन्होंने आगे बताया, “हवाई पट्टी की ओर बढ़ते हुए एयरक्रू ने अपने इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रा-रेड सेंसर का इस्तेमाल किया और सुनिश्चित किया कि रनवे पर कोई बाधा या परेशानी तो नहीं है. इसके बाद एयरक्रू ने रात में नाइट विजन गॉगल्स का इस्तेमाल करके अपना विमान उतार दिया.”