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पटना : इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक समाप्त हो गई। इस बैठक में भी नीतीश कुमार के संयोजक बनाए जाने को लेकर चर्चा नहीं हुई। दूसरी तरफ बीजेपी अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अब प्रत्याशी तलाशने में जुट गई है। इसी कड़ी में पार्टी ने बिहार का सत्ताधारी जेडीयू की सीटों पर नजरें टिका दी हैं। पार्टी उन क्षेत्रों में कद्दावर और जिताऊ प्रत्याशी की तलाश में है, जिस संसदीय क्षेत्र में पिछले चुनाव के दौरान जेडीयू उम्मीदवार विजयी रहे थे।
जेडीयू को ऐसे घेरेगी बीजेपी
पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी के साथ मिलाकर चुनाव लड़ी थी। इसमें जनता दल यूनाइटेट के 16 प्रत्याशी विजयी हुए थे। एलजेपी के छह प्रत्याशी चुनाव जीते थे। 2019 लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 40 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी। एक सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी विजयी हुए थे। इस स्थिति में बीजेपी की नजर उन 17 संसदीय क्षेत्रों पर है जो विरोधियों के कब्जे में है।
JDU MP सुनील कुमार पिंटू ने दिखाए तेवर
पिछले चुनाव में जेडीयू के हिस्से में गई सीटों पर बीजेपी की ओर से कई दावेदार हैं। लेकिन, पार्टी जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में है। जदयू ने पिछले चुनाव में सीतामढ़ी सीट से सुनील कुमार पिंटू को प्रत्याशी बनाया थी। पिंटू हाल ही में जिस तरह जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, ऐसे में तय है कि उनका पार्टी से पत्ता साफ होगा।
क्या बीजेपी का प्लान होगा सफल?
ऐसे में संभावना है कि अगर सुनील कुमार पिंटू पर जेडीयू में एक्शन हुआ तो बीजेपी की ओर आ सकते हैं। एनडीए में फिलहाल एलजेपी (रामविलास), राष्ट्रीय एलजेपी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक जनता दल हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि बीजेपी इस बार किसी भी स्थिति में अपनी सहयोगी पार्टियों के लिए ज्यादा सीट नहीं छोड़ेगी। ऐसे में बीजेपी बिहार में विरोधियों के लिए मजबूत किलेबंदी की तैयारी में है।