‘आस्थाओं का शोषण न करे BJP, जनता आक्रोशित है’… CM योगी के नवरात्र प्लान पर बोले अखिलेश

'BJP should not exploit faiths, people are angry'... Akhilesh said on CM Yogi's Navratri plan
'BJP should not exploit faiths, people are angry'... Akhilesh said on CM Yogi's Navratri plan
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लखनऊ। चैत्र नवरात्रि से पहले उत्तर प्रदेश के लिए योगी सरकार का बड़ा ऐलान हुआ है. इस बार नवरात्र में यूपी सरकार की तरफ से अखंड रामायण और दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया जाएगा. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं. सभी शक्तिपीठों और मंदिरों में इसका आयोजन किया जाएगा. सरकार के इस प्लान पर अखिलेश यादव हमलावर हैं.

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, ‘सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएं उपलब्ध थीं. आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है, न जनता के लिए सुविधाएं… बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूंढ रही है.’

सपा सरकार के समय पुजारियों के लिए मानदेय दिया गया था व दर्शनार्थियों को कई सुविधाएँ उपलब्ध थीं।आज भाजपा सरकार न तो पुजारियों का मानदेय बढ़ा रही है न जनता के लिए सुविधाएँ बस धन उगाही के नये-नये तरीके ढूँढ रही है।

योगी सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा धर्म का बाज़ारीकरण कर आस्थाओं का शोषण न करे,जनता आक्रोशित है. गौरतलब है कि यूपी सरकार ने 22 मार्च से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्रि को लेकर बड़ा प्लान बनाया है. देवी मंदिरों में अखंड रामायण और दुर्गा सप्तशती का पाठ कराया जाएगा.

क्या है योगी सरकार का नवरात्रि प्लान

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यूपी सरकार इस आयोजन के लिए सभी जिलों को एक-एक लाख रुपये मुहैया कराएगी. जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर होने वाले इन आयोजनों में खास तौर पर महिलाओं की भागीदारी कराई जाएगी. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे. इसके लिए सभी DM को निर्देश जारी किए गए हैं. चैत्र नवरात्र की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है.

10 मार्च को राज्य के संस्कृति विभाग ने सभी संभागीय आयुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर निर्देश दिए थे. अधिकारियों को 21 मार्च तक सभी तैयारियां पूरी करने को कहा गया है. इसके साथ ही जीपीएस स्थान, पते, चयनित मंदिरों की तस्वीरें और मंदिर प्रबंधन निकायों के संपर्क विवरण साझा करने का भी निर्देश दिया गया है.

प्रशासन की विभिन्न शाखाओं के बीच समन्वय के लिए राज्य स्तर पर दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. निर्देश में मंदिरों और शक्तिपीठों पर दुर्गा सप्तशती का पाठ, देवी गान और देवी जागरण का आयोजन करने को भी कहा गया है. सरकार इन कार्यक्रमों में महिलाओं और लड़कियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाएगी.

29 और 30 मार्च को अष्टमी और रामनवमी को प्रमुख शक्तिपीठों पर अखंड रामायण का पाठ आयोजित किया जाएगा. इन आयोजनों के लिए प्रत्येक विकासखण्ड, तहसील एवं जिला स्तर पर आयोजन समिति का गठन किया जाएगा. हर जिले में जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक समिति उन कलाकारों का चयन करेगी, जो धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देंगे.

निर्देश में कहा गया कि इन आयोजनों में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा और जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. इसके अलावा, आयोजनों में प्रस्तुति देने के लिए चुने गए कलाकारों को मानदेय देने के लिए संस्कृति विभाग हर जिले को 1 लाख रुपये आवंटित करेगा. अन्य व्यवस्थाएं जिला प्रशासन अपने स्तर से करेगा.