- हरियाणा में धू-धू कर जली बस, 8 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत, 24 घायल - May 18, 2024
- हरियाणा के स्कूलों में गर्मी की छु्ट्टी का ऐलान, 1 माह बाद दोबारा इस दिन… फिर लगेंगी क्लास - May 18, 2024
- मध्यप्रदेश में नेता पुत्र की खुलेआम गुंडागर्दी: भाजपा के पूर्व मंत्री के बेटे ने युवक को बेरहमी से पीटा - May 18, 2024
रायपुर: लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी लगातार बैठकें कर क्षेत्र की मौजूदा स्थिति को जानने और परखने की कोशिश में लगी हुई है। छत्तीसगढ़ में लोकसभा को लेकर क्या स्थिति बन रही है, किसे कहां से चुनाव लड़ाया जा सकता है। इसके साथ ही किन इलाकों में क्षेत्रवाद और जातिगत समीकरण के आधार पर टिकट देना है, इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर मंथन किया जा रहा है। इस बीच खबरें यह भी निकाल कर आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में सभी 11 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान फरवरी माह के भीतर कर सकती है। लगातार छत्तीसगढ़ के प्रभारी ओम माथुर लोकसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। इस बार चुनाव में क्या कुछ नए बदलाव किए जाने हैं, सांथ ही कार्यकर्ताओं के माध्यम से केंद्र सरकार की योजनाओं को जानता से कैसे उनको मिलने वाले फायदे के बारे में जानकारी देनी है उस पर योजना तैयार की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस पार्टी से एक कदम आगे चल रही है। भाजपा प्रभारी ने अब तक सभी 11 लोकसभा सीटों में से 9 सीटों पर चुनावी मंथन का काम पूरा कर लिया है। लगातार क्षेत्र के नेता और सक्रिय कार्यकर्ताओं से 121 चर्चा की जा रही है। छत्तीसगढ़ में कहां क्या स्थितियां बन रही हैं, किन इलाकों पर जातिगत समीकरण फिट बैठ रहे हैं और कहां प्रत्याशी को लेकर नया दांव खेला जा सकता है उस पर गहराई से चिंतन हो रहा है। इस बीच छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने लोकसभा सीटों को लेकर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कब होगा इसके संकेत भी दिए हैं। साव के मुताबिक छत्तीसगढ़ में लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान फरवरी माह के भीतर किया जा सकता है।
किन सीटों पर क्या बन रहा गणित, किन्हें मिल सकता है चुनाव में मौंका
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी लगातार साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर चिंतन और मंथन कर रही है। प्रदेश की सभी 11 सीटों पर वह कौन से चेहरे होंगे जिनपर भाजपा और जनता का भरोसा फिट बैठ सकता है। इन सभी विषय पर स्थानीय नेताओं से 121 चर्चा हो रही है। सूत्रों की माने तो भाजपा सबसे पहले जातिगत समीकरण फिर, क्षेत्रवार स्थिति, प्रत्याशी की छवि जैसे तमाम जानकारी जुटा रही है। माना जा रहा है कि भाजपा लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह नए चेहरे और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मौका दे सकती है। वहीं कुछ जगहों पर पुराने चेहरे भी मैदान में वापसी कर सकतें हैं। इसके सांथ ही मोदी की गारंटी और केंद्र की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए सभी स्थानीय नेताओं और विधानसभा को काम पर लगा दिया गया है। वही स्थानीय विधायकों को ज्यादा से ज्यादा क्षेत्र में जनता के बीच रहकर काम करने को कहा गया है।