लड़के-लड़कियों ने बताया कुंवारे रहने में हैं कितने मजे

Boys and girls told how much fun it is to be single
Boys and girls told how much fun it is to be single
इस खबर को शेयर करें

जिंदगी में प्यार होना जरूरी है। ये शब्द आपने न जाने कितने लोगों के मुंह से सुने होंगे। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ये मानते हैं कि रिलेशनशिप फायदा नहीं बल्कि घाटे का सौदा है। यही वजह है कि वो इससे दूर रहना ज्यादा पसंद करते हैं। इस तरह की सोच वाले लोगों में अधेड़ नहीं, बल्कि यंग जनरेशन के लोग भी शामिल हैं। एनबीटी ने कुछ युवाओं से खास बातचीत की और उनसे जाना कि आखिर क्यों वो रिलेशनशिप में जाने से ज्यादा सिंगल रहना बेहतर समझते हैं? इसके बदले में उनसे क्या-क्या जवाब मिले, चलिए जानते हैं।

नो ड्रामा-नो टेंशन
शिवानी पहले एक रिलेशनशिप में थीं, मगर आजकल सिंगल हैं। वह कहती हैं मुझे भी लगता था कि रिलेशनशिप बहुत खुशी देती होगी। मगर इसमें इतना ड्रामा और टेंशन होता है कि मुझे सिंगल रहना ही अच्छा लगा। हर दूसरे दिन किसी ना किसी बात पर बहस हो जाती थी जिस वजह से मैं टेंशन में रहती थी। मगर अब कोई टेंशन नहीं है।

करियर और पर्सनल ग्रोथ पर फोकस
कॉलेज स्टूडेंट मनोज कहते हैं, ‘रिलेशनशिप में आने के बाद खुद पर फोकस करने के बजाय सामने वाले को वक्त देना होता है। रोज घंटाभर बात करो, पूरे दिन की रिपोर्ट दो, वीकेंड पर उनसे मिलो। तो फिर अपने लिए वक्त कब निकालो।

मैं अपने टैलंट पर कब फोकस करूं। मुझे लगता है कि मैं सिगंल हूं तो अपने करियर और ग्रोथ पर फोकस अच्छा कर सकता हूं। मेरे पास अच्छा खासा वक्त होता है खुद को निखारने के लिए।’

पैसा बचता है ढेर सारा
रिलेशनशिप में आने के बाद एक-दूसरे को गिफ्ट देने और एक-दूसरे की जरूरतों का ख्याल रखने में अच्छी खासी रकम खर्च होती है जो सिंगल्स की पूरी तरह बच जाती है। सिंगल लाइफ जी रहे युवाओं का कहना है कि किसी और पर इतना पैसा खर्चने के बजाय वह इसे जोड़कर इससे भविष्य में घर लेना या कार खरीदना ज्यादा पसंद करेंगे। इससे उनका भविष्य भी सिक्योर होगा।

आजाद पंछी सी जिंदगी
रिलेशनशिप में आए युवा आमतौर पर अपने पार्टनर की राय से ही कोई फैसला लेते हैं। यही नहीं, उन्हें उन ढेर सारे सवालों के जवाब भी देने होते हैं जो उनका पार्टनर उनसे पूछता है। लेकिन सिंगल युवाओं का कहना है कि वह अपने फैसले लेने के लिए आजाद हैं क्योंकि ना तो उनसे कोई सवाल पूछता है और ना ही उन्हें किसी को जवाब देना होता है।

सेल्फ इंडिपेंडेंट
सिंगल्स का कहना है कि उन्हें धोखा देने वाला कोई नहीं होता। साथ ही उन्हें किसी से उम्मीद भी नहीं होती। इस तरह उनकी किसी भी शख्स पर कोई निर्भरता नहीं होती और वह ज्यादा सेल्फ डिपेंडेंट होते हैं, फिर चाहे वह घूमने जाना हो या फिर मनपसंद मूवी देखना। वह अपने दोस्तों के साथ जितना मर्जी उतना वक्त बिता सकते हैं। पिक्चर हॉल में सीट बुक कराने में टेंशन नहीं होती कि साइड सीट मिली है या सेंटर।