बारिश में लापरवाही से खतरे में पड़ सकती है जान, बिजली गिरे तो रहें सावधान; ऑरेंज अलर्ट जारी

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बरेली। सप्ताह भर पहले जारी येलो अलर्ट के बाद अब मौसम विभाग ने बरेली मंडल के तीन जिलों में में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने का खतरा है। लोगों को बारिश और तेज हवा चलने के दौरान सुरक्षित स्थान पहुंचने और प्रशासन को जानमाल की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए सुझाव दिया गया है।

आंचलिक मौसम अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक हिमाचल की तलहटी पर टिका पश्चिमी विक्षोभ अब नीचे की तरफ आगे बढ़ रहा है। इससे मैदानी इलाकों में विक्षोभ की सक्रियता बढ़ने से भारी बारिश का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि बुधवार की देर शाम से ही बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत में मानसून सक्रिय हुआ था। अनुकूल माहौल बनने पर कुछ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी वर्षा का सामना करना पड़ा। जो बचे थे, वहां बृहस्पतिवार की भोर तक माहौल बना और बारिश हुई। हालांकि, अचानक बने इस माहौल ने एक ओर पिछले दिनों की गर्मी से राहत पहुंचाई तो दूसरी ओर मुसीबत बनने के भी संकेत हैं। दो दिन तक तेज बारिश के आसार हैं।

भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित होने समेत वज्रपात की आशंका है। लिहाजा, ऑरेंज अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान रहने और प्रशासन को व्यवस्थाओं के लिए कहा गया है। ताकि पूर्वानुमान के अनुसार जरूरी व्यवस्था हो सके और समस्या से लोगों को राहत मिल सके। कहा है कि अगले दो दिन तक ऑरेंज अलर्ट रहेगा।

नदी-नालों के तेज जलप्रवाह से रहें दूर
अतुल ने भारी बारिश के दौरान लोगों को नदी और नालों से दूर रहने का सुझाव दिया है। जलभराव वाले निचले इलाकों और सुरंग से गुजरने के दौरान सावधानी बरतें। नौकायन, खनन गतिविधियों जरूरत के अनुसार प्रबंधित करें। कृषि मंडियों में खुले में रखे अनाज को भीगने से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर भंडारण का सुझाव दिया है। पेड़ के नीचे न खड़ें हों न पशु बांधे। टहनियां गिरने से गंभीर चोटिल होने की आशंका है।

पर्यटन आंशिक प्रभावित होने की आशंका
मौसम विभाग ने भारी बारिश, अंधड़ से सड़क, जल, रेल, वायु यातायात प्रभावित होने की आशंका जताई है। इससे पर्यटन पर भी असर पड़ेगा। सड़क और पटरियों पर या आसपास जलभराव होने पर संभलकर गुजरें। जर्जर इमारत, कच्चे घर, झोपड़ी में आंशिक क्षति हो सकती है। कच्चे रास्तों पर फिसलन की आशंका है, संभलककर चलें। कुएं, तालाब अन्य जलाशयों में जलस्तर बढ़ने की संभावना है।

बिजली कड़के तो ये बरतें सतर्कता
खुले स्थान पर हैं तो तत्काल किसी पक्के मकान में आ जाएं।
खुली छत पर हैं तो नीचे आ जाएं। खिड़की, दरवाजे, बरामदे से दूर रहें।
रास्ते में हैं तो लोहे के खंभों वाले पुल के नीचे न रुकें, आसपास भी न रहें।
ऊंची इमारतों वाले क्षेत्रों में शरण न लें, वहां बिजली गिरने का खतरा ज्यादा होता है।
बंद वाहन में हैं तो उसी में रहें। एफएम या रेडियो न चलाएं।
घर में चल रहे टीवी, फ्रिज आदि उपकरणों को बंद कर दें।
तालाब, जलाशयों और स्वीमिंग पूल से दूरी बनाएं।
समूह में खड़े हों तो दूर-दूर हो जाएं। आसपास बिजली या टेलीफोन के तार न हों।