मुजफ्फरनगर में बोर्ड बैठक को लेकर चेयरपर्सन सख्त, ईओ को नोटिस

Chairperson strict regarding board meeting in Muzaffarnagar, notice to EO
Chairperson strict regarding board meeting in Muzaffarnagar, notice to EO
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में बजट पारित कराने के लिए बहुप्रतीक्षित बोर्ड बैठक का एजेंडा भी अभी तैयार नहीं हो पाया है। कई बार के आदेश दिये जाने के बाद भी एजेंडा तैयार कराने को लेकर ईओ की गंभीरता नहीं बनती देख अब चेयरपर्सन ने सख्त आदेश जारी किये हैं। ईओ को आज चेयरपर्सन ने नोटिस जारी कर दो दिनों में एजेंडा तैयार कराकर उनके समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। साथ पालिका के सभी विभागाध्यक्षों को भी आदेशित किये गये सभी प्र्रस्तावों को एजेंडा में शामिल कराने को कहा गया है।

बता दें कि पहले विधानसभा और फिर एमएलसी चुनावों के कारण लगी आदर्श आचार संहिता के चलते इस साल पालिका के बजट को पारित करने के लिए बोर्ड बैठक आयोजित नहीं हो पाई है। बजट पास नहीं होने पर पालिका का काफी कामकाज प्रभावित हो रहा है। एमएलसी चुनावों के दौरान ही चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने ईओ को बोर्ड बैठक के लिए एजेंडा प्रारूप तैयार कराने के निर्देश दिये थे। पालिका की बोर्ड बैठक 15 अपै्रल तक आयोजित कराने की तैयारी थी, लेकिन एजेंडा प्रारूप तैयार करने में ईओ की लापरवाही उजागर हुई है।

सोमवार को चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने ईओ को इसके लिए नोटिस जारी करते हुए नाराजगी जताई है कि बार बार मौखिक आदेश दिये जाने के बाद भी वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए वार्षि बजट और विकास कार्यों से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रस्तावों के आधार पर बोर्ड बैठक आयोजित कराने के लिए ईओ हेमराज सिंह के द्वारा एजेंडा प्रारूप तैयार कराने में कोई रूचि नहीं दिखाई गयी है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी जल्द से जल्द एजेंडा तैयार कर प्रस्तुत करने को कहा गया था, लेकिन इसका भी कोई अनुपालन सुनिश्चित नहीं किया गया है। चेयरपर्सन ने ईओ को सख्त हिदायत दी है कि अगले दो दिनों में बोर्ड मीटिंग के लिए एजेंडा प्रारूप तैयार कराकर उनके अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाये। इसमें यह भी ध्यान रखने को कहा गया है कि जिन पत्रावलियों और प्रस्तावों को लेकर बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव लाने के लिए कहा गया है उनको नजरअंदाज न किया जाये। विभागाध्यक्षों को भी चेयरपर्सन ने यह आदेश दिया है कि वह अपने विभागों से सम्बंधित प्रस्तावों की पत्रावलियों का भली प्रकार अध्ययन करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि उनको जिन प्रस्तावों को बोर्ड मीटिंग में अनुमोदन के लिए रखने के आदेश हुए हैं, उनमें कोई भी भूल नहीं होने चाहिए। लापरवाही पाये जाने पर कार्यवाही की चेतावनी दी गयी है।