रायपूर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम का इंतज़ार सभी कर रहे हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव तो पहले ही कह चुके हैं कि पितृपक्ष समाप्त होने के बाद ही टिकट बांटे जायेंगे। इस बीच कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने भी स्थित स्पष्ट करते हुए बताया है कि किसी भी स्थिति में 13 अक्टूबर के पहले नामों की घोषणा नहीं होगी।
शुक्रवार को कुमारी सैलजा ने राजधानी रायपुर में मीडिया से चर्चा में कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हम बेहतरीन प्रत्याशियों की सूची जारी करेंगे। 9 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रखी गई है। इसके पश्चात केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक होगी। इसी बैठक में छत्तीसगढ़ प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से भेजे गए नामों पर चर्चा होगी,फिर सूची पर अंतिम मुहर लगेगी। कुमारी सैलजा ने संभावना जताई जा रही है कि सीईसी की बैठक 13 अक्टूबर को होगी।
छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि टिकट वितरण में वक्त जरूर लग रहा है,लेकिन हम एक संगठित और बेहतरीन सूची जारी करेंगे। भारतीय जनता पार्टी पर सवाल दागते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के पास आपसी संतुष्टि और अच्छे प्रत्याशी नहीं हैं। ज्ञात हो कि दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद छत्तीसगढ़ स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भी दिल्ली में हो सकती है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन हैं। बीते सप्ताह रायपुर राजीव भवन में अजय माकन की अध्यक्षता में बैठक भी हुई थी।
कुमारी सैलजा ने कहा कि बीजेपी की सभा में भीड़ नहीं उमड़ रही है। हमारे नेता जहां-जहां जहां पहुंचे हैं, वहां जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे , प्रियंका गांधी की सभाओं में जनता की शानदार भीड़ देखने को मिल रही है। इस भीड़ से पता चलता है कि छत्तीसगढ़ में जो भी काम हुए हैं। उस कार्य के प्रति जनता में संतुष्टि हैं।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में कभी भी चुनावी आचार संहिता लग सकती है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने 21 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है,जबकि कांग्रेस ने अभी अपनी पहली सूची भी जारी नहीं की है। माना जा रहा है कि दोनों ही दलों द्वारा पितृपक्ष समाप्त होने के बाद भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जाएगी। यह भी जानना जरूरी है कि छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीट हैं,जहां प्रत्यक्ष तौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला देखा जाता रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद से 2 बार कांग्रेस और 3 बार भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सरकार बनाई है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने भारी- भरकम बहुमत हासिल करके अपनी सरकार स्थापित की थी। इस बार भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होगा। नवंबर में होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ,प्रमुख तौर पर कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी के अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और सीपीआई की मौजूदगी देखी जाएगी।