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Covid-19 XE variant symptoms in children: दुनियाभर में कोरोना वायरस ने फिर से अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है और यह लगातर अपना स्वरूप बदल रहा है. अब दुनिया के कई देशों पर चौथी लहर (Fourth wave of Covid-19) का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं कोरोना के XE वेरिएंट (Covid-19 XE variant) ने भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
बच्चों में जल्द दिखते हैं लक्षण
कोरोना के XE वेरिएंट के चपेट में आने के बाद बच्चों पर इसका असर काफी तेजी से हो रहा है और उनमें लक्षणों की पहचान भी सबसे पहले की जा सकती है. ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सभी परिजनों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्हें कुछ बातों को लेकर अलर्ट किया है. बच्चों में कोरोना के XE वेरिएंट का सबसे पहला लक्षण डायरिया के रूप में सामने आ रहा है. इस नए वेरिएंट की चपेट में आने पर बच्चों को पेट दर्द, बुखार, गले में दर्द, सूखी खांसी, नाक बहना, सिर दर्द और उल्टी जैसी शिकायत हो सकती है. इसके अलावा उन्हें सर्दी लगने और सांस लेने में दिक्कत का सामना भी करना पड़ सकता है.
वेरिएंट से कैसे करें बचाव
हेल्थ एक्सपर्ट ने यह लक्षण बताने के साथ-साथ माता-पिता को चिंता न करने की सलाह भी दी है. हालांकि उनका मानना है कि ऐसे मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही करना भी मुश्किलें पैदा कर सकता है. ऐसे में सही वक्त पर इलाज कराना जरूरी हो जाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना से किसी भी वेरिएंट से निपटने में सबसे कारगर उपाय वैक्सीनेशन ही है. ऐसे में अगर आपका बच्चा टीकाकरण के योग्य है तो तुरंत उसका वैक्सीनेशन कराना चाहिए. इसके अलावा खान-पान का विशेष ध्यान रखना भी जरूरी है और अच्छी लाइफस्टाइल भी परेशान से बाहर निकलने में मददगार साबित हो सकती है. बच्चों में XE वेरिएंट के काफी हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में एक्सपर्ट ने पैरेंट्स को चिंता मुक्त रहने की सलाह भी दी है. बच्चे अगर वायरल की चपेट में आ जाते हैं तो उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रबल संभावना है. बच्चों की इम्युनिटी मजबूत मानी जाती है और ऐसे में रिकवरी करना आसान हो जाता है.
डाइट में करें ये बदलाव
वेरिएंट से बच्चों के बचाव के लिए उन्हें पौष्टिक भोजन देने की सलाह दी गई है. साथ ही ऐसा फूड जिसमें विटामिन सी की प्रचुर मात्रा हो, फायदेमंद साबित होगा. इसके अलावा रेड मीट की जगह व्हाइट मीट खाने की सलाह दी गई है. नमक कम खाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पानी भी ऐसे स्थिति में लाभकारी रहेगा. इसके अलावा भोजन में पनीर, घी, मक्खन, मीट की जगह ऑलिव ऑयल, सोयाबीन, नट्स, सूरजमुखी का तेल खाना फायदा कर सकता है.