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Radha Shrap Story: राधा-कृष्ण की कई सारी कहानियां प्रचलित हैं. आपने राधा कृष्ण के रास की कई कहानियां सुनी होंगी. आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं जिसमें राधा ने एक पेड़ को श्राप दे दिया था जिससे आज भी उस पेड़ पर फल नहीं पकते हैं. आइए जानते हैं रोचक कथा.
5500 साल पुराना मंदिर
वृंदावन में कई सारे राधा कृष्ण के मंदिर हैं जहां पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं. भगवान कृष्ण के हर एक मंदिर का अपने आप में एक महत्व है. इन्ही मंदिरों में से एक है इमलीतला मंदिर. ये मंदिर करीब 5500 साल पुराना है. इस मंदिर के पास एक इमली का पेड़ है. इस पेड़ से कई सारी कहानियां और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. कहा जाता है कि इस पेड़ के नीचे चैतन्य महाप्रभु ने श्री कृष्ण के नाम का जाप किया था.
राधा रानी ने क्यों दिया श्राप?
द्वापर युग में यह पेड़ इमली से भरा रहता था. धार्मिक कथाओं के अनुसार एक बार राधा रानी यमुना में स्नान और शृंगार करने के बाद इमली के पेड़ के नीचे से जा रही थीं. उस दौरान पेड़ से एक इमली गिरी जिसके बाद राधा जी का पांव फिसल गया और उनका शृंगार खराब हो गया. इसके अलावा उनका आलता धुल गया.
इस कारण से नहीं पकता फल
शृंगार खराब होने के बाद राधा रानी क्रोधित हो गई और उन्होंने इमली के पेड़ को श्राप दे दिया. कहा जाता है कि इस श्राप के कारण आज भी इमली के पेड़ पर फल नहीं पकते हैं.
श्री कृष्ण ने भी किया था नाम जप
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एक बार राधा रानी रास करते-करते अचानक गायब हो गई थीं. उस समय श्री कृष्ण दुखी हो गए और इस इमली के पेड़ के नीचे दुखद भावना में लीन हो गए. इसके बाद उन्होंने बहुत प्रेम से राधा नाम का जाप किया था.