’गद्दार’ विवाद के बाद पहली बार गहलोत-पायलट आये आमने-सामने, फिर…

Gehlot-Pilot came face to face for the first time after the 'traitor' controversy, then...
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जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (बाएं), संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल (बीच में) और सचिन पायलट (दाएं) ने हाथ उठाकर कांग्रेस में फिलहाल सीजफायर होने के संकेत दिए।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सियासी सुलह करवा दी है। ‘गद्दार’ विवाद के बाद मंगलवार को पहली बार एक बैठक में गहलोत-पायलट के बीच नमस्कार हुई। इसके बाद वेणुगोपाल ने पहले बंद कमरे में दोनों को मिलवाया, फिर मीडिया के सामने गहलोत-पायलट के हाथ खड़े करवाकर कहा- दिस इज राजस्थान कांग्रेस। हम पूरी तरह एक हैं।

वेणुगोपाल ने कहा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत कह चुके हैं, हम यात्रा तक ही नहीं, चुनाव तक एकजुट होकर काम करेंगे। हमारे नेता राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि गहलोत और पायलट दोनों पार्टी के लिए एसेट हैं।

भारत-जोड़ो यात्रा की तैयारी बैठक में पहुंचने पर पायलट-गहलोत ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। कांग्रेस के वॉर रूम में हुई बैठक के बाद गहलोत और पायलट ने एक साथ मीडिया से बातचीत की। गहलोत ने कहा- राजस्थान में सब एकजुट हैं। गहलोत और पायलट एसेट ही हैं। वहीं पायलट ने कहा- सभी मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे। हमें कोई उकसा नहीं सकता। बैठक में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चर्चा हुई।

इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठक के लिए पहुंचे तो पायलट ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया, इस पर गहलोत ने भी हाथ जोड़कर इसे स्वीकारा। यह तस्वीर छह दिन पहले 23 नवंबर को इसी हॉल में हुई बैठक से बिल्कुल अलग थी। 23 नवंबर को दोनों के बीच कोई चर्चा नहीं हुई थी और टकराव साफ झलक रहा था।