मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में दिवाली पर शहर के बाजारों में रौनक का माहौल है। लोगों ने घरों से निकलकर त्योहार का आनंद लिया और जमकर खरीदारी की। गिफ्ट आइटम से लेकर मिठाई तक की खूब बिक्री हुई। दीयों की खरीदारी भी इस बार आसमान छूती नजर आई।
महिलाओं ने सजावट का सामान भी खरीदा। जबकि पुरुष आवश्यकता के अनुसार खरीदारी करते नजर आए। बच्चों ने खिलौने से लेकर चाकलेट आदि जी भर कर खरीदे। सजावट का सामान बेंचने वाली दुकानों पर महिलाओं की भीड़ अधिक नजर आई।
पिस्ते की लोज बिक रही 2600 रुपए किलो
दीवाली पर्व खुशियों का त्यौहार है। लोग एक दूसरे को मिठाई का आदान प्रदान करते हैं। इस बार नंदी हलवाई की तैयार की गई पिस्ते की लोज प्रबुद्ध वर्ग में आकर्षण का केन्द्र बनी है। 2600 रुपये किलो का रेट होने के बावजूद नंदी हलवाई के यहां पिस्ते की लोज खरीदने वालों की कमी नहीं रही।
काजु कत्ली 880 रुपये बिकी। लोगों ने काजू कत्ली और बंगाली रसगुल्लों को भी काफी अहमीयत दी। प्रकाश चौक पर रिषि स्वीट्स पर भी देर रात तक खरीदारों की काफी भीड़ रही। कई वर्ष के बाद मिठाई खरीदारी को लेकर लोगों में दीवाली पर उत्साह नजर आया। झांसी रानी रोड पर मनु स्वीट्स की स्पेशल मिठाई के लिए भी लोगों में दीवानगी नजर आई।
नई मंडी का बिंदल बाजार रोशनी में नहाया
शहरी क्षेत्र में भगत सिंह रोड मार्केट ने भीड़ के रिकार्ड तोड़ दिये। दोनों और की दुकानों में ग्राहक खरीदारी करते नजर आए। लेकिन मध्य में रहेडी पटरी वालों ने दोनों और दुकाने लगाकर ग्राहकों को बहुत आकर्षित किया। लेकिन इस बीच नई मंडी के बिंदल बाजार ने ग्राहकों को काफी आकर्षित किया। मध्यम और प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने बिंदल बाजार को ही खरीदारी का केन्द्र बनाया।
विशेष तौर से बिंदल की दुकान पर गिफ्ट आइटम और रेडीमेड कपड़ो की खरीदारी के साथ महिलाओं की आर्टिफिशियल ज्वैलरी और सजावट के सामान के लिए बिंदल और आसपास की दुकानों में भारी भीड़ रही। बाजार को इतनी खूबसूरती से सजाया गया कि रोशनी में सब चकाचौंध होते नजर आए।
जिले में नहीं लगा आतिशबाजी का बाजार
जिले के एनसीआर में आने के कारण दीवाली पर्व पर इस बार पटाखा बाजार नहीं लग रहा। शासन स्तर से केवल ग्रीन पटाखों की बिक्री की अनुमति दी गई। बिंदल बाजार, मेहता क्लब और मोती बाजार में कुछ दुकानों पर ग्रीन पटाखों की बिक्री हो रही है। लेकिन जिला प्रशासन की और से एक भी दुकानदार को सामान्य पटाखों की बिक्री की अनुमति नहीं दी गई है। वर्षो से शहर में जिला प्रशासन की अनुमति से जीआइसी मैदान में पटाखा बाजार लगता आ रहा था। लेकिन इस बार इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया और पटाखा बिक्री को एक भी अनुमति नहीं दी गई। हांलाकि दो दिन पहले तक पटाखा बिक्री के लिए व्यापारी अग्निशमन विभाग और प्रशासन के अधिकारियों के चक्कर लगाते रहे।