हरियाणा में किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, अगले 5 दिनों में…

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फतेहाबाद : इस समय प्रदेश में डीएपी खाद की किल्लत बनी हुई है। लेकिन प्रदेश के सभी जिलों के किसानों को खाद नहीं मिल रही है। फतेेहाबाद में पिछले दिनों डीएपी खाद की सप्लाई की गई थी, लेकिन जिले में केवल दो घंटे के अंदर की डीएपी खाद किसान खरीदकर ले गए। अब तो हालात ये है कि जिले में किसानों को खाद नहीं मिल रही है। जिससे कृषि विभाग के अधिकारी भी परेशान है।

जिले में अधिकतर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई की जाती है। ऐसे में अभी एक महीना बिजाई का पड़ा है। लेकिन किसान है कि समय से पूर्व ही डीएपी खाद की खरीद करनी शुरू कर दी है। जिससे किल्लत बनी हुई है। ऐसे में जिन किसानों को सरसों की बिजाई करनी है उन्हें खाद मिल नहीं रही है। ऐसे में कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आने वाले समय में खाद की सप्लाई हो जाएगी ऐसे में जरूरत के अनुसार ही डीएपी खाद की खरीद करे।

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कृषि अधिकारियों का दावा है कि जिले में उर्वरक खाद की कोई कम नहीं है। हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उच्चाधिकारियों ने विगत दिनों खाद बनाने वाली मुख्य कंपनियों के साथ बैठक करके राज्य में उर्वरकों के स्टाक बारे विस्तार से चर्चा की गई थी। केंद्र सरकार की ओर से 15 अक्टूबर से पहले 40 हजार टन डीएपी खाद का हरियाणा में पहुंचना निश्चित है। कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि समय पर खाद उपलब्ध करवाया जाए ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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एसपी तथा एपीके खाद का कर सकते है प्रयोग किसान

कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि रबी सीजन की बिजाई के समय एसपी तथा एपीके 12 अनुपात 32 अनुपात 16 खाद का प्रयोग करें। जो किसान सरसों की बीजाई करना चाहते हैं, बिजाई के समय एसएसपी खाद का प्रयोग करें क्योंकि एसएसपी में फास्फोरस के अलावा सल्फर नाम का तत्व पाया जाता है जो कि सरसों की फसल में तेल की मात्रा को बढ़ाता है। गेहूं की फसलों की बिजाई में 12 अनुपात 32 अनुपात 16 खाद का प्रयोग करें जिसके तीन मुख्य तत्व नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश मौजूद होते हैं। जिसमें भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है तथा पैदावार भी ज्यादा होती है। डीएपी एनपीके तथा एसएसपी खादों का रबी की बिजाई के लिए पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है।

जिले को अगले कुछ दिनों में डीएपी खाद मिलने वाली है। प्रदेश को 40 हजार टन खाद मिलेगी। ऐसे में अपने जिले को अच्छी खासी खाद मिलेगी। जिससे खाद की किल्लत कम हो जाएगी। किसानों से अपील है कि वो ज्यादा खाद न खरीदे। इस समय केवल सरसों की बिजाई चल रही है। गेहूं की बिजाई में समय है। आने वाले दिनों में खाद की कोई कमी नहीं रहेगी।