पानीपत। राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी जीविका के लिए कमाई करने की दृष्टि से स्कूलों में वीटा बूथ खोले जाने हैं। प्रदेश के हर जिले के एक-एक स्कूल में वीटा बूथ स्थापित होगा। इसको लेकर अब स्कूल शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिख चयनित स्कूलों के मुख्यद्वार के पास 10 गुणा10 वर्ग फीट का स्थान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि जल्द से जल्द बूथों को स्थापित किया जा सके। उक्त योजना को हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के जरिये अमल में लाया जाना है। पानीपत में राजकीय कन्या सीसे स्कूल माडल टाउन में वीटा बूथ खुलेगा।
बूथ संचालन से होने वाली आमदनी का 75 फीसद दिव्यांग विद्यार्थी व 25 फीसद राशि स्कूल के विकास पर खर्च होगी। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने बूथ खोलने के लिए हर जिले के शहर के स्कूलों का चयन किया है। इसके लिए पहले से ही जिला परियोजना अधिकारी से जानकारी पहले ही ली जा चुकी हैं।
वीटा बूथों के संचालन को लेकर स्वयं सहायता समूह का गठन होगा। समूह में कुल 14 सदस्य शामिल होंगे। इसमें स्कूल के अंदर पढऩे वाले 8 दिव्यांग विद्यार्थी, 4 सामान्य विद्यार्थी, एक विशेष अध्यापक व एक अभिभावकों को शामिल किया जाएगा। वीटा बूथ का संचालन समूह द्वारा होगा। 12वीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद दूसरे विद्यार्थियों को समूह में शामिल किया जाएगा।
मिलेंगे ये आइटम
दिव्यांग विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी जीविका के लिए कमाई करने की दृष्टि से स्कूलों में खोले जाने वाले वीटा बूथों पर दूध, दही, पनीर और अन्य हाउस होल्ड आइटम बेचे जा सकेंगे। उक्त सामान पर सभी खर्चों की व्यवस्था परिषद के द्वारा की जाएगी। बूथ को स्कूल की सीमा के अंदर होने के साथ उसका एक गेट स्कूल के अंदर और दूसरा बाहर खोला जाएगा।
कोरोना में रूकी प्रक्रिया
मार्च माह में वीटा बूथों के खोलने को लेकर पत्र व्यवहार शुरू हुआ था। बीच में कोरोना के चलते प्रक्रिया रूक गई। लेकिन अब प्रक्रिया दोबारा से शुरू हो चली है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी डीईओ को पत्र लिख निर्देश दिए हैं कि आपके अधीनस्थ जिन स्कूलों में वीटा बूथ स्थापित किए जाने हैं। उनके मुखिया को निर्देशित करें की वे स्कूल एसएमसी के सहयोग से स्कूल के मुख्य द्वार के पास जगह चयनित कर हरियाणा डेयरी डवलपमेंट कोपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड को वीटा दूध बूथ स्थापित करने की अनुमति प्रदान करें, ताकि मामले में आगामी कार्रवाई की जा सके। साथ ही उक्त मामले में कार्रवाई बिना किसी देरी के पूर्ण कर रिपोर्ट निदेशालय को उपलब्ध कराएं। हालांकि इससे पहले भी 30 जुलाई को निदेशालय की तरफ से उक्त काम को लेकर पत्र लिखा जा चुका है।