हरियाणा में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई टेस्टिंग, रोजाना 3 हजार टेस्ट करने के आदेश

Health department increased testing regarding new variants of Corona in Haryana, orders to conduct 3 thousand tests daily
Health department increased testing regarding new variants of Corona in Haryana, orders to conduct 3 thousand tests daily
इस खबर को शेयर करें

पंचकूला: कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. भारत सरकार की उच्च स्तरीय बैठक के बाद हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली हैं. विभाग ने सभी जिलों के CMO को RT-PCR टेस्टिंग बढ़ाने के आदेश दिए हैं. हरियाणा की कोविड कंसलटेंट डायरेक्टर डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि रोजाना करीब तीन हजार RT-PCR टेस्ट किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर किसी प्रकार की पैनिक की स्थिति पैदा नहीं हो, इसके लिए हरियाणा सरकार व स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य नहीं किया है. इसके अलावा प्रदेश के किसी भी जिले में फिलहाल आइसोलेशन वार्ड भी नहीं बनाया गया है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक इसकी जरूरत महसूस नहीं हुई है.

हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसर्च सेंटर एवं स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर डायरेक्टर एवं कोविड कंसलटेंट डायरेक्टर डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि RT-PCR टेस्टिंग के लिए कॉरपोरेशन को किट्स के लिए ग्रांट भेज दी गई है. DO’S & DON’T बारे भी बताया गया है. इसके अलावा लोगों को रेस्पिरेटरी हाइजीन बारे जागरूक किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. लोगों को खांसी-जुकाम होने पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से गुरेज करना चाहिए.

इसके अलावा हाथों को भी बार-बार धोना चाहिए. किसी भी चीज को स्पर्श करने से पहले और बाद में हाथों को सैनिटाइज करें. डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि सर्दी लगातार बढ़ रही है, ऐसे में खांसी-जुकाम का संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका होती है. सर्द मौसम में बच्चों/बुजुर्गों और किन्हीं बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को अधिक सचेत रहना चाहिए. भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से भी बचना चाहिए.

डॉक्टर जसजीत कौर ने बताया कि आरटी पीसीआर की टेस्टिंग तेजी से की जा रही है. एक दिन में 330 टेस्ट कर सैंपल एकत्र किए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट भी क्रमवार प्राप्त हो रही है. कोरोना के इस नए वेरिएंट से प्रदेश में फिलहाल किसी चिंता की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने बताया कि अधिक संख्या में टेस्टिंग/सैंपल एकत्र करने के साथ-साथ जिनोम सीक्वेंसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है. इसके अलावा रैंडम सैंपलिंग भी की जाएगी.

उन्होंने कहा कि डरने के बजाय लोगों को जागरूक करने की जरूरत अधिक है. कोविड कंसलटेंट डायरेक्टर डॉक्टर जसजीत कौर और डॉक्टर डोली ने बताया कि 13-17 दिसंबर तक हरियाणा के सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल कराई गई. इसके बाद मॉकड्रिल संबंधी डाटा प्राप्त कर केंद्र सरकार को भेजा गया है. हरियाणा के डायरेक्टर जनरल (DG) द्वारा सभी जिलों के CMO से कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 संबंधी रोजाना पूरी रिपोर्ट ली जा रही है.

इसके अलावा उन्हें RT-PCR टेस्टिंग लगातार बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि टेस्टिंग की सैंपलिंग अधिक रहती है और रिपोर्ट बाद में आती है. डॉक्टरों ने कहा है कि हरियाणा में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है. किसी प्रकार के पैनिक की स्थिति बनाने के बजाय लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. हरियाणा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है और सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं.