हरियाणा में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी, इन 10 जिलों में अलर्ट

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हरियाणा के मौसम में बड़ा बदलाव आया है। अब मानसून का वास्तविक प्रभाव देखने को मिलेगा। अगले तीन दिन प्रदेश के कई शहरों में भारी बारिश होने का अनुमान है। हरियाणा के करनाल, पानीपत, जींद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, भिवानी, फतेहाबाद, सिरसा, हिसार में भी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया हैै।

नदियों का बढ़ेगा जलस्‍तर

पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण नदियों में भी जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है। बरसात से जहां उमस और गर्मी से राहत मिली है वहीं किसानों ने अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए धान बिजाई में तेजी कर दी है।

अब बरसात का ग्राफ बढ़ेगा

इस वर्ष करनाल में अब तक 492.4 एमएम बारिश हुई है जबकि जुलाई माह के आंकड़ों को देखें तो 205.6 एमएम वर्षा हो चुकी है। हालांकि, जुलाई के पहले पखवाड़े में उम्मीद के अनुरूप वर्षा नहीं हुई लेकिन दूसरे पखवाड़े में अब बरसात का ग्राफ बढ़ रहा है। रुक-रुककर लगातार हो रही बरसात से मौसमी बदलाव के चलते तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है।

पंजाब (Punjab) सहित इन राज्‍यों में भी भारी बारिश

देश के बाकी हिस्सों की बात करें तो पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, असम और मेघालय, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश, झारखंड में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हुई। अरुणाचल प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल और में भी कमोबेश यही स्थिति है।

22 जुलाई को भारी बारिश

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अब 22 जुलाई को असम, मेघालय, जम्मू और कश्मीर में भारी वर्षा हो सकती है। इसी अवधि में अरुणाचल प्रदेश, राजस्थान, 22 से 24 जुलाई के दौरान ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में 23 और 24 जुलाई को अच्छी बरसात संभावित है। इसके अलावा गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में भी 24 जुलाई तक यही स्थिति रहेगी।

यह है मौसम का मौजूदा हाल

मौजूदा दौर में मानसून की टर्फ रेखा के अनुरूप समुद्र तल सामान्य स्थिति के करीब है। अगले दो दिनों तक इसके नरम रहने और उसके बाद धीरे-धीरे दक्षिण की ओर शिफ्ट होने की संभावना है। एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश और पड़ोस पर बना हुआ है। एक अन्य ताजा पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पूर्वी अफगानिस्तान और पड़ोस के मध्य क्षोभमंडल स्तरों पर स्थित है। एक चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा और पड़ोस के निचले ट्रोपोस्फेरिक स्तरों पर स्थित है। इससे सभी जगह अच्छी व तीव्र बरसात के आसार बने हैं।