Himachal Factory Blast: पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट मामले की जांच के लिए SIT गठित

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शिमला. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में हरोली उपमंडल के बाथू में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट मामले की जांच के लिए पुलिस की ओर से एसआईटी बनाई गई है. डीआईजी(एनआर) सुमेधा द्विवेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है. एसआईटी में कमांडेंट प्रथम आईआरबीएन बनगढ़ विमुक्त रंजन और एसपी ऊना अर्जित सेन ठाकुर को शामिल किया गया है.

हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू की ओर से जारी आदेशों के तहत एसआईटी मामले की पेशेवर और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी. साथ ही मामले की विस्तृत व तेजी से जांच कर इसकी प्रगति के संबंध में समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को सूचित करेगी. मंगलवार को हादसे के बाद देर शाम यह आदेश जारी हुए हैं.

क्या है मामला
मंगलवार सुबह ऊना के बाथू में अवैध पटाखा फैक्टरी में 10 बजे विस्फोट हो गया था. हादसे में मां-बेटी समेत छह महिला कामगार जिंदा जल गईं, जबकि 14 अन्य झुलस गए. घायल 11 कामगार पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किए गए, जबकि तीन का इलाज क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चल रहा है. घायलों में 12 महिलाएं और दो पुरुष हैं. पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 286, 304ए व एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है.

दिल्ली एम्स से चार दिन बाद इलाज करवाकर लौटे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है. घटना के बाद फैक्टरी संचालक मौके से फरार हैं. मृतकों में तीन यूपी, दो पंजाब व एक स्थानीय महिला शामिल है. जय राम ठाकुर ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता प्रदान करने की घोषणा की और पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती गंभीर रूप से घायल 11 लोगों को विशेष संदेशवाहक के माध्यम से 15-15 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं.

पीएम ने भी जताया दुख
हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जाहिर किया था. पीएम ने ट्वीट करके कहा था कि हिमाचल प्रदेश के ऊना की एक फैक्ट्री में हुआ हादसा दुखद है. जिन लोगों को इसमें अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. हादसे में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. हादसे के घायलों को 50 हजार रुपये और मृतकों को दो लाख रुपये मुआवजा देने की भी बात कही गई है.