छत्तीसगढ़में 2 साल बीत जाने के बाद भी अब तक शव लेने अस्पताल नहीं पहुंचे परिजन, कंकाल में बदल गई बॉडी

In Chhattisgarh, even after 2 years, the family members have not yet reached the hospital to take the dead body, the body has turned into a skeleton.
In Chhattisgarh, even after 2 years, the family members have not yet reached the hospital to take the dead body, the body has turned into a skeleton.
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रायपुर: राजधानी रायपुर में आज भी तीन ऐसे मुर्दे हैं जो अपनी पहचान और अपने अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे हैं। कोरोनाकाल के दौरान बनाए गए नियम की वजह से आज तक इन शवों का अंतिम संस्कार तक नहीं किया गया है। सालों से अंतिम संस्कार के इंतजार में मुर्दाघर में रखें शव अब कंकाल में बदल गए हैं। 2 साल बीत जाने के बाद ना ही आज तक इनके कोई परिजन इन्हें ढूंढते हुए आए और ना ही अस्पताल के द्वारा इन तीनों के अंतिम संस्कार को लेकर लगाई गई अर्जियों का जवाब सरकार की तरफ से आया है।

मुर्दाघर में 2 साल से रखे 3 शव

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल मेकाहारा के मुर्दाघर में साल 2021 से लेकर अब तक 3 शव रखे हुए हैं। बताया जा रहा है कि उनकी मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। यही वजह थी कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार इनका अंतिम संस्कार किया जाना था। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा यह तीनों कोरोना संक्रमितों के शव का अज्ञात बताते हुए मुर्दाघर में रख कर इनके परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। जब समय बीत जाने के बाद इन तीनों के शव को लेने कोई परिजन सामने नहीं आया उसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने शासन को पत्र लिखकर अंतिम संस्कार करने की मांग की थी। लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी इस पर कोई जवाब नहीं आया है। आज यह तीनों शव कंकाल में बदल गए हैं।

2 साल से मुर्दाघर में रखा शव

इस पूरे मामले को लेकर रायपुर के मेकाहारा अस्पताल की पीआरओ सुभ्रा ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना के वक्त से तीन शव ऐसे हैं जिनके परिजनों ने ना ही चिकित्सालय स्तर और ना ही प्रशासन स्तर पर संपर्क किया है। यह शव साल 2021 से यहां रखे गए हैं। कोरोना के समय शासन ने इनके अंतिमसंस्कार को लेकर एक नियम बनाए हुए थे। उन्हीं नियम के अंतर्गत इनका अंतिम संस्कार किया जाना था। जिसे लेकर हमारे द्वारा शासन को पत्र लिखकर इनके अंतिम संस्कार को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाने की बात और अनुमति के लिए कहा गया था। लेकिन अब तक इसका जवाब न आने के कारण आज दिनांक तक इनका अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है‌। यही वजह है कि मुर्दाघर में अब तक इनके शव रखे हुए हैं।

अंतिम संस्कार के लिए शासन के आदेश का इंतजार

अस्पताल की पीआरओ ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन के अनुसार उन दिनों बनाए गए प्रोटोकॉल के अनुसार ही इनका अंतिम संस्कार किया जाना है। हमारे द्वारा कई बार पत्र लिखकर भेजा जा चुका है‌। हमारे द्वारा शासन को पत्र लिखते हुए यह कहा गया है कि इनका सम्मान‌ के साथ अंतिम संस्कार कराया जाए। जब शासन इस विषय पर निर्देश देगा तब उसके अनुसार कार्य किया जाएगा। फिलहाल इन्हें मर्चुरी में अलग व्यवस्थाओं के रखा गया है। हमने भी कई बार प्रयास किया है कि उनके परिजन हमसे संपर्क करें। जिससे कि इसकी जानकारी शासन को देते हुए इनका अंतिम संस्कार किया जा सके।