- ‘रोज लेट आती हो…’, प्रिंसिपल ने टीचर को टोका तो हो गई मार पीट, नोंचे गाल- फाड़े कपड़े - May 4, 2024
- चुनाव में बांटने वाले थे 7.59 करोड़ रुपए, अफसरों ने फिल्मी स्टाइल में दबोचा, सोना चांदी व शराब भी जब्त - May 4, 2024
- प्राइमरी स्कूल के टीचर पर 5वीं क्लास की छात्रा से यौन उत्पीड़न का आरोप, ऐसे सामने आया मामला - May 4, 2024
मुजफ्फरनगर। टिपर वाहन के प्रकरण में शहर कोतवाली में कंपनी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में भी पुलिस ने अब कार्यवाही तेज कर दी है। इस मामले में नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे में पुलिस ने पालिका कार्यालय पहुंचकर ईओ के बयान लिये और शिकायकर्ताओं से भी कंपनी के खिलाफ की गयी कार्यवाही और शिकायत को लेकर साक्ष्य मांगे हैं। इसके साथ ही सम्बंधित कर्मचारियों से भी पुलिस ने पूछताछ की है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार ने 9 अगस्त 2021 को शहर कोतवाली में पालिका को टिपर वाहन आपूर्ति करने वाली कंपनी मैसर्स गोल्डन ट्राएंगल सर्विसेज और प्रोपराइटर अमरीश कुमार के खिलाफ पालिका प्रशासन के साथ धोखाधड़ी करने की शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की विवेचना इंस्पेक्टर संजय कुमार द्वारा की जा रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद यूं तो पुलिस कई बार पालिका पहुंची थी, लेकिन इसमें गंभीरता नहीं दिखाई गयी। अब पुलिस पूरी तरह से सक्रिय नजर आ रही है। विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर संजय कुमार ने पालिका कार्यालय पहुंचकर ईओ हेमराज सिंह से मुलाकात की और दर्ज मुकदमे को लेकर उनके बयान भी लिये। इसके साथ ही अन्य जानकारी भी उनसे मांगते हुए जांच रिपोर्ट की कॉपी भी देने को कहा, जिसमें कंपनी को फर्जीवाडा करने का दोषी ठहराया गया है।
बता दें कि कंपनी के खिलाफ शासन ने कार्यवाही की है, इसके बाद ही पुलिस भी सक्रिय हुई है। शासन के निर्देश पर ईओ ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। वहीं नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार ने बताया कि उनके द्वारा दर्ज मुकदमे में 1.58 करोड़ रुपये का पालिका से अग्रिम भुगतान पाने के बावजूद भी कंपनी द्वारा 11 टिपर देने के साथ ही फर्जी दस्तावेज के आधार पर टैण्डर लेने और अन्य अनियमितता करने के आरोप लगाये गये है। उन्होंने पुलिस की सुस्त कार्यवाही पर कहा कि पुलिस को बहुत पहले कार्यवाही कर देनी चाहिए थी।