राजस्थान में गहलोत का नहीं बल्कि सचिन पायलट का सिक्का? कांग्रेस की पहली लिस्ट में 4 समर्थकों की एंट्री

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जयपुर: राजस्थान कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच पिछले 5 साल से सियासी जंग चलती रही। यह जंग अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चली जिसमें जुलाई 2020 में गहलोत सरकार के गिरने की नौबत आ गई। पायलट का आरोप था कि उनके समर्थकों को सरकार में तवज्जो नहीं दी जा रही है। जिन नेताओं ने विधानसभा चुनाव में जी जान से मेहनत की, उनकी अनदेखी की जा रही है। अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट समर्थकों को खास तवज्जो दी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि पार्टी ने पहली ही लिस्ट में चार ऐसे नेताओं को टिकट दिया है, जो पायलट के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। ऐसे में यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या अब राजस्थान में अशोक गहलोत की बजाए सचिन पायलट को पार्टी ज्यादा तवज्जो दे रही है। मंगलवार 12 मार्च की शाम को 4 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हुई, जानिए उन नेताओं के बारे में।

​बृजेंद्र ओला​
झुंझुनूं से कई बार विधायक रह चुके सीनियर नेता बृजेंद्र ओला सचिन पायलट के कट्टर समर्थक हैं। जुलाई 2020 में पायलट और उनके समर्थकों ने अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की थी। तब ओला पायलट के खेमे में डटे रहे थे। करीब एक महीने तक गहलोत सरकार संकट में रही। पायलट अपने समर्थक विधायकों और मंत्रियों के साथ जब हरियाणा की होटल मानेसर में थे। तब बृजेंद्र ओला उनके साथ थे। ओला का कहना था कि सचिन पायलट को राजस्थान को मुख्यमंत्री बनाया जाए।