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Japan China Conflict: पिछले कुछ समय में चीन लगातार जापान पर किसी ने किसी मुद्दे पर दबाव बनाता नजर आया है. बात चाहे ताइवान के मुद्दे की हो या दूसरे हितों की. चीन जापान को आंख दिखाने से गुरेज नहीं करता. चीन की इन हरकतों से निपटने के लिए अब जापान तैयारी करने लगा है. कुछ दिन पहले ही उसने अपने रक्षा बजट को बढ़ाने का फैसला किया जो दुनिया में सबसे अधिक होने वाला है. इस बीच अब खबर आ रही है कि जापान अपनी हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक (Hypersonic Missiles) को आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही अपने अंडर-डिवेलपमेंट स्क्रैमजेट इंजन की लॉन्चिंग करने जा रहा है. बताया जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत तक इसकी टेस्टिंग की जाएगी.
जीडीपी के 20 प्रतिशत तक रक्षा बजट!
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के कड़े तेवर को देखते हुए ही जापान ऐसा करने जा रहा है. चर्चा है कि जापान अपने रक्षा बजट को अब GDP के 20% तक ले जा सकता है. इन सब खबरों के बाद चीन के होश उड़े हुए हैं. दरअसल, क्वॉाड (Quad) के गठन के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब ही हुए हैं.
अचानक ऐसा क्या हुआ
दरअसल, चीन-ताइवान के बीच काफी बड़ा संकट चल रहा है. दोनों के बीच जो हालात हैं उससे कभी भी युद्ध हो सकता है. इधर चीन ने ताइवान को डराने के लिए उसकी सीमा पर जाकर युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. पिछले दिनों इइसी युद्ध अभ्यास के दौरान चीन ने ताइवान पर 11 मिसाइलें दागी लेकिन 5 मिसाइलें जापान में जा गिरी. जब जापान ने आपत्ति जताई तो चीन ने उल्टा उसे धमका दिया. ऐसे में जापान ने खुद को सुरक्षित करना शुरू कर दिया है.
चीन की भी बढ़ी चिंता
जापान अपने इस मिशन को लेकर कितना गंभीर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 3 सितंबर को जापानी आक्रमण (1931-45) के खिलाफ प्रतिरोध के युद्ध में जीत की वर्षगांठ से पहले रूस, चीन और कई अन्य देश शांति और स्थिरता को बनाए रखने के अभ्यास में शामिल हो रहे हैं. तो दूसरी ओऱ जापान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि वह लंबी दूरी की मिसाइलों को बनाने पर काम करेगा. इसके लिए वह हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्टम पर रिसर्च करेगा. जापानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जापान ऐसी टेक्निक पर काम कर रहा है जिससे मिसाइल 1,000 से अधिक किलोमीटर की दूरी तय कर सके. इससे वह मिसाइल के मामले में चीन आगे निकल सकता है.