देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई वन विभाग ने तेज कर दी है। मजारों सहित धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण के खिलाफ धामी सरकार का बुलडोजर गरजा है। वन भूमि पर सरकार की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। उत्तराखंड में वन भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी सीसीएफ डा. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि पिछले 20 दिन में 68 हेक्टेयर वन भूमि से अतिक्रमण हटाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि दो दिन में गढ़वाल और कुमाऊं में अतिक्रमण खासकर धार्मिक अतिक्रमण के खिलाफ तेज कार्रवाई की गई है।
इसमें 56 मजारें सहित करीब 12 हेक्टेयर अतिक्रमण हटाया गया। जबकि 40 से ज्यादा को नोटिस दिए गए हैं। अब तक 150 से ज्यादा धार्मिक अतिक्रमण नए चिन्हित कर हटाने का नोटिस दिया गया है। वहीं उनकी नियुक्ति यानी 19 अप्रैल से अब तक 29 मंदिर, 256 मजारें तोड़ी गईं। अवैध झोपड़ियां भी हटाई गई हैं। दो गुरुद्वारों को नोटिस दिए हैं।
छरबा में अवैध धार्मिक स्थलों को जेसीबी से ढहाया
पछुवादून क्षेत्र में अवैध तरीके से बनाए गए धार्मिक स्थलों को लेकर वन विभाग और तहसील प्रशासन सख्त हो गया है। तहसील प्रशासन ने राजस्व विभाग की जमीन पर 25 अवैध धार्मिक स्थलों को चिह्नित किया है, जिनका ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया गया है। मंगलवार को प्रशासन की जेसीबी ने छरबा गांव में तीन और शेरपुर गांव में एक अवैध धार्मिक स्थल को ढहा दिया।
चारों धार्मिक स्थलों का ध्वस्त करने के साथ ही ग्रामीणों को राजस्व विभाग, ग्राम समाज की जमीन पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं करने की चेतावनी दी गई है। एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने सरकारी जमीनों पर बने अवैध धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए हैं। इसी आदेश के तहत वन विभाग और राजस्व विभाग कार्रवाई कर रहे हैं।