पेरिस : फ्रांस में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। एक 17 साल के किशोर की हत्या के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब ‘बदले की आग’ के रूप में पूरे देश में फैल गया है। खबरें हैं कि कई जगहों पर प्रदर्शनकारी पुलिस पर भारी पड़े। दंगों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने में विफल नजर आ रहे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की आलोचना पुलिस और जनता दोनों कर रहे हैं। इस बीच फ्रांस में फैली अशांति को काबू में करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग उठ रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
जर्मनी के डॉक्टर और प्रोफेसर एन जॉन कैम लगातार फ्रांस की स्थिति पर ट्वीट कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, ‘फ्रांस में दंगे की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारत को सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजना चाहिए और वह इसे 24 घंटे के भीतर रोक सकते हैं।’ प्रोफेसर एन जॉन यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से जुड़े हैं और कार्डियोलॉजी की दुनिया में एक जाना-माना नाम हैं। वह यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी का अहम हिस्सा भी हैं।
India must send @myogiadityanath to France to control riot situation there and My God,he will do it within 24 hours.
— Prof.N John Camm (@njohncamm) June 30, 2023
जल रहा फ्रांस, मैक्रों कर रहे डांस
एक तरफ जब पूरा फ्रांस जल रहा है तब राष्ट्रपति मैक्रों के एक वीडियो ने लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। इसमें मैक्रों एक इवेंट में डांस करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं फ्रांस की पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार पेरिस समेत पूरे देश में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए कदम नहीं उठाती है तो विद्रोह कर दिया जाएगा। दंगाइयों ने स्कूलों, लाइब्रेरी से लेकर कई पुलिस स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया और दुकानों व बैकों में लूटपाट की।
फ्रांस में कैसे हैं हालात?
फ्रांसीसी अखबार ले पेरिसियन के मुताबिक, गुरुवार शाम को सड़कों पर आग लगने की 3,880 घटनाएं हुईं। लगभग 1,919 वाहन और 492 इमारतें जला दी गईं। शुक्रवार को इले-डी-फ़्रांस क्षेत्र के एवरी-कौरकोरोन्स में पुलिस स्टेशन का दौरा करते हुए, फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न ने कहा कि सरकार आपातकाल की स्थिति बहाल करने की संभावना से इनकार नहीं करेगी। गौरतलब है कि मंगलवार को, एक फ्रांसीसी पुलिस अधिकारी ने गोली मारकर 17 वर्षीय एक किशोर की हत्या कर दी थी। इसके कारण पूरे फ्रांस में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।