राजस्थान: गिरदावरी की मांग पर अधिकारी पर भड़के बीजेपी विधायक, मीटिंग में मारपीट की आई नौबत, Video

Rajasthan: BJP MLA raging on the officer on the demand of Girdawari, there was a fight in the meeting, Video
Rajasthan: BJP MLA raging on the officer on the demand of Girdawari, there was a fight in the meeting, Video
इस खबर को शेयर करें

हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में पंचायत समिति की बैठक के दौरान तहसीलदार और विधायक के बीच जोरदार बहस हो गई. गुस्से में तमतमाए विधायक ने तहसीलदार को मारने की कोशिश भी की. मीटिंग के दौरान मौजूद अधिकारियों और अन्य लोगों ने विधायक को शांत कराया. अधिकारी और एमएलए के बीच खराब फसल को लेकर विशेष गिरदावरी की मांग पर यह बहस हुई थी. अब उनके बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फेल रहा है.

दरअसल, हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में पंचायत समिति की बैठक की जा रही थी. इसमें संगरिया से भाजपा विधायक गुरदीप शाहपीनी, संगरिया तहसीलदार विश्व प्रकाश चारण सहित अन्य अधिकारी और लोग मौजूद थे. मीटिंग के दौरान विधायक गुरदीप शाहपीनी ने तहसीलदार से बरसात, ओलावृष्टि और अंधड़ से खराब हुई किसानों की फसल की स्पेशल गिरदावरी मांगी की. तहसीलदार ने कहा कि वह स्वयं गिरदावरी कर रहे हैं.

विधायक और तहसीलदार में हुई बहस

कांग्रेस में पायलट की पारी खत्म? आ गई है फैसले की घड़ी!
तहसीलदार के रवैये से विधायक को गुस्सा आ गया और उनकी आवाज तेज हो गई. तू-तड़ाक से बातें होने लगी और विधायक ने तहसीलदार को सीट से उठकर मीटिंग से बाहर जाने को कहा. विधायक की बात का तहसीलदार ने विरोध किया सीट से उठने से मना करते हुए उन्हें ही बाहर जाने का बोल दिया. इस पर विधायक भड़क गए और अपनी सीट से उठकर तहसीलदार को मारने के लिए बढ़े.

दूसरे लोगों ने किया बीच-बचाव

अचानक से मीटिंग रूम का माहौल बदल गया. गुस्से में लाल बीजेपी विधायक ने तहसीलदार को पकड़ना चाहा तो रूम में मौजूद दूसरे अधिकारियों और लोगों ने विधायक का रोक लिया. फिर उनको और तहसीलदार को शांत कराया. कुछ समय बाद ही तहसीलदार विश्व प्रकाश चारण मीटिंग से चले गए.

देखें वीडियो…

यह है विधायक और तहसीलदार का कहना

मामले में संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी का कहना है कि तहसीलदार सही तरीके से गिरदावरी नहीं कर रहे हैं. इससे किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा.

मेरा काम रिपोर्ट देना, मुआवजा देना नहीं: तहसीलदार

वहीं, तहसीलदार चारण का कहना है कि वह गिरदावरी करने में लगे हुए हैं और कल ही उन्होंने खेतों में जाकर फसल खराबे को देखा था. उनका काम सरकार को रिपोर्ट भेजना है ना कि मुआवजा देना है.