‘सर, अफसर ने कहा कि टाइट जींस-टीशर्ट में बड़ी अच्छी लगती हो और फिर पकड़ लिया’… सीएम को भेजी चिट्ठी से मचा हड़कंप

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पटना/गया: बिहार में एक सरकारी अफसर को टाइट जींस-टीशर्ट पहनने वाली लड़कियां बड़ी पसंद हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि सीएम नीतीश को भेजी गई एक चिट्ठी में लिखा है। सूबे के एक सरकारी दफ्तर के ऑफिसर पर एक महिला कर्मचारी ने ये आरोप लगाया है। चिट्ठी में महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा है कि ‘मेरे दफ्तर के साहब कहते हैं तुम टाइट (कसी हुई) जींस-टीशर्ट पहन कर ऑफिस आओ। क्योंकि तुम पूरे कपड़ों में अच्छी नहीं दिखती हो।’ महिला की इस शिकायत के बाद सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। लेकिन इस आरोप की जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा भी हुआ है।

गया जिले में सनसनीखेज आरोप
ये पूरा केस गया जिले के पंचायती राज विभाग का है। महिला ने अपनी चिट्ठी में दावा किया है कि वो यहां की एक कर्मचारी है। उसने जिला पंचायती राज पदाधिकारी पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। महिला के मुताबिक वो जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार के यौन शोषण से आजिज आ चुकी है। उसने खत में आगे लिखा है कि ‘मेरे जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने मुझे अपने केबिन में बुला लिया, उनका केबिन काले शीशे (टिंटेड ग्लास) वाला है। उसमें अंदर का कुछ भी बाहर नहीं दिखता। उन्होंने मुझे अंदर बुलाते ही वहा उपस्थित अपने ड्राइवर को बाहर भेज दिया और कम्प्यूटर की किसी दिक्कत के बहाने मुझे झाड़ना शुरू कर दिया। जब मैं रोने लगी तो उन्होंने पीछे से आकर मुझे पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने टाइट जींस-टी शर्ट वाली बात कही। मैं किसी तरह से वहां से निकल पाई।’

जांच के दौरान बड़ा खुलासा
एक स्थानीय न्यूज पोर्टल के मुताबिक सीएम नीतीश को भेजी गई इस चिट्ठी की कॉपी गया के जिलाधिकारी डॉक्टर त्याागराजन एसएम को भी मिली। इसके बाद डॉ त्यागराजन ने फौरन ही जिला विकास पदाधिकारी की अगुवाई में तीन मेंबरों की जांच कमेटी बना दी। लेकिन जांच में जो सामने आया उससे पूरी टीम ही चकरा गई। पता चला कि जिस महिला ने सीएम नीतीश को ये चिट्ठी भेजी है उस नाम की कोई महिला तो गया जिला पंचायती राज दफ्तर में काम ही नहीं करती। इसके बाद टीम ने दफ्तर में काम करने वाली सारी महिलाओं की लिस्ट मांगी है और साथ ही डीएम से जांच के लिए थोड़ा और वक्त भी मांगा है।

मैं तो खुद हैरान- आरोपी अधिकारी
इस पूरे मामले के बाद जिन जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार पर आरोप लगा है, उन्होंने कहा कि वो खुद इस वाकये से हैरान हैं… क्योंकि इस नाम की कोई महिला उनके दफ्तर में काम ही नहीं करती। अफसर के मुताबिक ये पक्का उन्हें बदनाम करने के लिए रची गई एक साजिश है और जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।