Solar Eclipe Effect On Zodiac: साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 10 अप्रैल को लगेगा, उस समय सूर्यदेव मेष राशि में विराजमान रहेंगे. सू्र्य ग्रहण का प्रभाव सभी 12 राशियों में देखने को मिलेगा. आपको बता दें कि साल 2023 का पहला सू्र्य ग्रहण 10 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर के 12 बजकर 29 मिनट तक सूर्य ग्रहण का सूतक काल रहेगा लेकिन यह भारत में मान्य नहीं होगा. क्योंकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण कुछ राशियों को नकारात्मक तो कुछ राशियों को सकारात्मक फल देगा. लेकिन इस साल का पहला सूर्य ग्रहण तीन राशियों की जातकों के लिए भाग्योदय के फल देगा. साथ ही करियर के क्षेत्र में अपार सफलता दिलाएगा.
सू्र्यग्रहण का तीन राशियों का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. 12 राशियों में ये तीन मुख्य राशियां वृष, मिथुन और धनु राशि है. भाग्य के मजबूत होने के साथ इस राशि के जातर करियर में भी उन्नति करेंगे, कोर्ट-कचहरी तके मामले में सफलता मिलेगी, धन प्राप्ति के शुभ योग बनेंगे और सेहत में सुधार होगा. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण से वृष, मिथुन और धनु राशि को जातक को प्राप्त होने के लाभ और उन्नति के बारे में.
सूर्य ग्रहण 2023 का सकारात्मक प्रभाव वाली राशियां
वृष राशि : सूर्य ग्रहण के सकारात्मक प्रभाव से धनु राशि के जातकों को धन लाभ के अवसर प्राप्त होंगे. नौकरी में प्रमोशन होने के मौके मिल सकते हैं. साथ ही आपका बिजनेस दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की करेगा. यदि आप काफी समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो उसमें सफलता प्राप्त होगी. आय बढ़ने के साथ ही सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी.
मिथुन राशि : सूर्य ग्रहण के सकारात्मक प्रभाव से आपके अचानक धन लाभ का योग बन रहा है. आपका पुराना फंसा हुआ पैसा मिलने की संभावना है. साथ ही यदि आप किसी कोर्ट कचहरी के मामले में फंसे हुए हैं तो इसमें भी आपको शत-प्रतिशत सफलता मिलने वाली है. जिससे आपको राहत मिलेगी. नवदंपती के लिए संतान प्राप्ति के संयोग बनेंगे.
धनु राशि : सूर्य ग्रहण का प्रभाव से धनु राशि के जातकों को भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा. इसके साथ ही धन लाभ के कई अवसर प्राप्त होंगे. बिजनेस में मुनाफा होने की संभावना है तो वहीं नौकरी पेशा लोगों की पद में बढ़ोत्तरी हो सकता है. इस दौरान आपको वैवाहिक और परिवारिक जीवन का सुख प्राप्त होगा.
सूर्य ग्रहण पर करें ये उपाय
सूर्य ग्रहण के समय सूतक लगने से पहले आप प्रातः उठकर स्नानादि करके सूर्य देव को जल अर्पित करें और सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव के बीज मंत्र का जाप करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. AAJ KI NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)