जिंदगी का दुश्‍मन साबित हो रहा मई का महीना, दिल्‍ली में मृत्‍यु दर सबसे ज्‍यादा, पंजाब दूसरे नंबर पर

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नई दिल्‍ली: मई के महीने में कोविड-19 महामारी से मृत्‍यु दर तेजी से बढ़ी है। यह हाल किसी एक राज्‍य का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। मई के शुरुआती तीन हफ्तों (21 मई तक) के आंकड़े देखें तो बड़े राज्‍यों में दिल्‍ली का केस फैटलिटी रेट (CFR) सबसे ज्‍यादा रहा है। यहां मई के पहले तीन हफ्तों में 6,684 मरीजों की मौत हुई और मृत्‍यु दर 2.54% रही। दूसरे नंबर पर पंजाब रहा जहां इतने ही समय में 2.46% की दर से 3,874 मौतें दर्ज की गईं।

राजधानी में 21 मई तक 2.63 लाख से थोड़े ज्‍यादा मामले दर्ज किए गए और 6,684 मौतें हुईं। इस दौरान दिल्‍ली में मृत्‍यु दर (2.54%) इससे पहले के तीन हफ्तों में दर्ज CFR 1.12% के दोगुने से भी ज्‍यादा रही। दिल्‍ली में ओवरऑल CFR 1.63% रही। मई के महीने में राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी मृत्‍यु दर में अच्‍छा-खासा उछाल देखा गया। 21 मई तक CFR 1.17% रही जो कि इससे पहले के तीन हफ्तों (10 अप्रैल-30 अप्रैल) के बीच 0.73% थी।

8 मई के बाद से लगातार घटे केसेज, मगर मौतें कम नहीं हुईं
भारत में 21 मई तक 83,135 मौतें दर्ज की गईं जो कि उसके पिछले तीन हफ्तों में दर्ज 43,258 मौतों से 92 प्रतिशत ज्‍यादा हैं। इसके मुकाबले केसेज के आंकड़े देखें तो वह 10-20 अप्रैल के बीच 59.5 लाख से 20% बढ़कर 1-21 मई के बीच 71.3 लाख तक पहुंच गए। यानी केसेज के मुकाबले मौतों में तीन गुने से भी ज्‍यादा उछाल देखा गया।

8 मई को पीक के बाद से ही केसेज लगातार कम हो रहे हैं मगर मौतों का आंकड़ा काफी धीमी रफ्तार से नीचे आ रहा है। शायद इसके पीछे आमतौर पर केसेज और मौतों के बीच दिखने वाला दो सप्‍ताह का अंतर हो। देश में ओवरऑल CFR 1.13% है।

उत्‍तराखंड, जहां इस साल कुंभ का आयोजन हुआ, वहां का CFR 2.34% है जो कि देश में इस लिहाज से तीसरे नंबर पर है। 10-30 अप्रैल के बीच वहां की मृत्‍यु दर 1.18% थी। उच्‍च मृत्‍यु दर वाले अन्‍य राज्‍यों में झारखंड (2.24%), गोवा (2.14%) और महाराष्‍ट्र (1.85%) शामिल हैं। महाराष्‍ट्र में मई महीने में सर्वाधिक 17,097 मौतें दर्ज की गईं। वहां 10-30 अप्रैल के बीच मृत्‍यु दर 0.87% रही थी।

बिहार, बंगाल… इन राज्‍यों में सबसे कम रही मृत्‍यु दर
मई के महीने में 8,749 मौतों के साथ कर्नाटक दूसरे नंबर पर रहा, वहां का CFR इस महीने 1.04% है। बड़े राज्‍यों की बात करें तो मई माह में सबसे कम CFR ओडिशा (0.17%) का है। इसके बाद केरल (0.23%), पश्चिम बंगाल (0.68%), तेलंगाना (0.73%), बिहार (0.84%) और मध्‍य प्रदेश और तमिलनाडु (दोनों 0.92%) का नंबर है।

शनिवार को भारत में महीने भर से भी ज्यादा वक्‍त के बाद ढाई लाख से कम नए केस दर्ज किए गए। हालांकि मौतों का आंकड़ा पिछले दिन के मुकाबले फिर बढ़ा है। शनिवार को 3,745 मौतें दर्ज की गईं जबकि शुक्रवार को 3,478 मौतें हुई थीं। ऐक्टिव केसेज घटकर 28.1 लाख तक आ गए हैं।