मेरठ। मेरठ में कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की योगीपुरम पुलिस चौकी पर शराब पार्टी के बाद दो सिपाहियों के बीच हुई कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। चाकूबाजी में एक सिपाही घायल हो गया। इसका वीडियो बनाकर एक सिपाही ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस मामले को दबाने में लगी रही, लेकिन वीडियो वायरल होने पर अधिकारियों ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया।
वहीं, थाना प्रभारी सुबोध कुमार सक्सेना को भी हटा दिया है। उन्हें साइबर सेल का प्रभारी बनाया गया है। पहले दोनों सिपाही किराये पर साथ रहते थे। वहां भी इनके बीच में कई बार विवाद हुआ।
योगीपुरम पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही ओजस्वी मलिक और दीपक मलिक के बीच शनिवार देर रात शराब पार्टी के बाद किसी बात पर कहासुनी के बाद हाथापाई हो गई। सिपाही ओजस्वी ने अपने कुछ साथियों को फोन कर चौकी पर बुला लिया और सिपाही दीपक पर चाकू से हमला कर घायल कर दिया। अन्य सिपाहियों ने बीच-बचाव का प्रयास किया। एक सिपाही ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। रात में घटना की जानकारी मिलते ही थाना पुलिस ने दीपक को अस्पताल में उपचार दिलाया।
रविवार दोपहर तक पुलिस इस प्रकरण को छुपाती रही। इस बीच घटना का वीडियो वायरल हो गया। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो दोनों सिपाहियों पर विभागीय जांच बैठाते हुए निलंबित कर दिया। थाना पुलिस मारपीट के दौरान चारपाई का कोना दीपक को लगने की बात कह रही है। दोनों सिपाहियों में से किसी ने लिखित शिकायत नहीं दी है। कंकरखेड़ा थाना प्रभारी सुबोध सक्सेना को हटा दिया गया है। इंस्पेक्टर क्राइम को थाने का चार्ज दिया गया है।
योगीपुरम पुलिस चौकी पर शनिवार रात शराब पार्टी के बाद सिपाहियों में हुई मारपीट के दौरान कानून की धज्जियां उड़ती रहीं। सिपाही पर अपने साथियों को बुलाकर मारपीट व चाकूबाजी करने के आरोप लगे। इसके बावजूद थाना पुलिस प्रकरण पर पर्दा डालने में जुटी रही। कानून का पाठ पढ़ाने वाली पुलिस खुद कानून को तोड़ती रही।