जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी दांव चला है। गहलोत ने राजस्थान राज्य वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया है। इसमे एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष और 7 सदस्य होंगे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। जाट महकुंभ से पहले गहलोत सरकार ने ये बड़ा निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर 2022 को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के वीर तेजाजी बोर्ड गठन के लिए पत्र लिखा था। सीएम गहलोत ने पायलट की यह मांग पूरी कर दी है।
सचिन पायलट ने 4 नवंबर को लिखा था पत्र
उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर 2022 को पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के वीर तेजाजी बोर्ड गठन के लिए पत्र लिखा था। सीएम गहलोत ने पायलट की यह मांग पूरी कर दी है। राजधानी जयपुर में 5 मार्च को आयोजित होने वाले जाट महाकुंभ से पहले गहलोत सरकार का ये बड़ा निर्णय है। सीएम गहलोत भी वीर तेजाजी बोर्ड के गठन के गठन को लेकर काफी गंभीर थे। लेकिन निर्णय नहीं हो पाया था। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बोर्ड के गठन के आदेश जारी कर दिए है। पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत को भेजे पत्र में लिखा था कि प्रदेश में काफी लम्बे समय से श्री वीर तेजाजी महाराज के नाम पर बोर्ड का गठन किए जाने की मांग लम्बित है। प्रदेश सहित देश के अनेकों राज्यों में श्री वीर तेजाजी महाराज को लोक देवता के रूप में पूजा जाता हैं तथा करोड़ों की संख्या में श्री वीर तेजाजी महाराज के अनुयायी है। इस बोर्ड के गठन से किसान वर्ग सहित अनेक वर्गों को सम्बल मिलेगा तथा उनके लिए नवीन योजनाएं बनाई जा सकेगी। पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत से मांग की है कि प्रदेशवासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार की ओर से शीघ्र ही श्री वीर तेजाजी महाराज के नाम पर बोर्ड का गठन किया जाए।
पिछड़ेपन दूर करने की रिपोर्ट सरकार को देगा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार किसान समाज की स्थिति का जायजा लेने, प्रमाणित सर्वे रिपोर्ट के आधार पर इन वर्गों के मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने तथान इनके पिछड़ेपन का दूर करने के सुझाव देने के उद्देश्य से राजस्थान राज्य वीर तेजाती कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है।