नई दिल्लीः भारत में विभिन्न प्रकार के धर्म, संस्कृति, भाषा आदि के लोग देखने व सुनने को मिल जाएंगे. यहां खासकर धर्म व आस्था का बेहद महत्व है. किसी भी धर्म के लोग हों, उनकी आस्था मानने वाले ईश्वर पर काफी रहती है. भारत की अधिकतर जनसंख्या हिंदू धर्म को मानने वालों की है. हिंदू धर्म में विश्वास रखने वाले लोग विभिन्न देवी-देवताओं को मानते हैं. हालांकि, हिंदू कौन से देवी-देवता को अपना इष्ट मानते हैं, इसको लेकर एक सर्वे किया गया. इसमें पता चला कि लोगों में सबसे अधिक प्रिय भगवान शिव हैं.
44 फीसदी के भगवान शिव इष्ट
इसको लेकर प्यू रिसर्च सेंटर ने कुछ समय पहले एक सर्वे किया था. इसमें हिंदू धर्म में विश्वास रखने वाले लोगों से उनके इष्ट देवी और देवता को लेकर पूछा गया. इस दौरान अलग-अलग देवी और देवताओं के फोटो भी दिखाए गए. इस सर्वे में पता चला कि हिंदू सबसे ज्यादा भगवान शिव को इष्ट देव मानते हैं. सर्वे में 44 फीसदी लोगों ने भगवान शिव को अपना इष्ट बताया.
हनुमान को प्रिय मानने वालों की तादाद 35 फीसदी
दूसरे नंबर पर हिंदुओं ने हनुमान को अपना प्रिय देवता बताया. हनुमान को अपना इष्ट मानने वालों की तादाद 35 फीसदी थी. इसके बाद भगवान गणेश लोगों में काफी प्रिय हैं. भगवान गणेश को इष्ट मानने वालों की तादाद 32 फीसदी है.
पश्चिम भारत में प्रिय भगवान गणेश
हिंदुओं के इष्ट देवी-देवताओं को लेकर क्षेत्रीय आधार पर भी सर्वे किया गया. इसमें पश्चिमी भारत की बात करें, तो 30 फीसदी लोग ने भगवान शिव को अपना इष्ट देव बताया. वहीं, इस हिस्से में 46 फीसदी लोगों ने भगवान गणेश अपना प्रिय बताया. .
पूर्वोत्तर में भगवान कृष्ण इष्ट
पूर्वोत्तर भारत की बात करें, तो 46 फीसदी हिंदुओं ने भगवान कृष्ण को इष्ट बताया. वहीं, हनुमान और भगवान राम को इस इलाके में कम ही लोग अपना इष्ट देव मानते हैं. दक्षिण भारत की बात करें, तो करीब 14 फीसदी हिंदुओं ने मुरुगन स्वामी को प्रिय बताया. वहीं, 13 फीसदी ने भगवान अयप्पा और 7 फीसदी ने मीनाक्षी देवी को इष्ट बताया.
61 फीसदी हिंदुओं ने कहा- भगवान एक
वहीं, अधिकांश हिंदुओं का मानना है कि भगवान एक है. हालांकि, उनके रूप अलग-अलग हो सकते हैं. एक ही भगवान पर विश्वास करने वाले हिंदुओं की संख्या 61 फीसदी है.
अन्य धर्मों के लोगों का ये है कहना
अन्य धर्मों की बात करें, तो 54 फीसदी जैन कहते हैं कि कई केवल एक ईश्वर है. ऐसा मानने वालों में अधिकतर मुस्लिम, ईसाई और सिख भी हैं. जहां 66 फीसदी मुस्लिम मानते हैं कि ईश्वर एक है. वहीं, ऐसा मानने वालों में 68 फीसदी ईसाई और 57 फीसदी सिख हैं. वहीं, एक तिहाई बौद्ध भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानते हैं.