मुजफ्फरनगर। चुनाव के बाद इस बार वोटों की गिनती को लेकर सपा-रालोद गठबंधन बेहद सक्रिय और चौकस नजर आ रहा है। ईवीएम की निगरानी के लिए गठबंधन के नेता 24 घंटे स्ट्रांग रूम में पहरा लगा रहे हैं, अब गठबंधन नेताओं ने मतगणना के दिन वोटों की गिनती में किसी भी गड़बड़ी की संभावना को रोकने के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए मतगणना की पूर्व संध्या पर पूरे जिले से 50 हजार कार्यकर्ताओं को शहर में स्टे देने की रणनीति है। इसके साथ ही सीमाओं पर युवा कार्यकर्ताओं को तैनात किया जायेगा। यदि कोई गड़बड़ी होती है तो यह 50 हजार कार्यकर्ता तुरंत सड़कों पर उतर जायेंगे।
यूपी विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर जिले की 6 सीटों पर पहले चरण के दौरान 10 फरवरी को मतदान सम्पन्न हो चुका है। चुनाव के साथ ही सपा रालोद गठबंधन के नेताओं ने नवीन मण्डी स्थल पर बनाये गये स्ट्रांग रूम पर टैंट लगाकर ईवीएम की निगरानी शुरू कर रखी है। 24 घंटे वहां पर सपा और रालोद नेताओं के द्वारा पहरा दिया जा रहा है, ताकि ईवीएम से कोई छेड़छाड़ न हो सके। इसके साथ ही अब मतगणना में गड़बड़ी रोकने के लिए गठबंधन ने सटीक रणनीति बनाई है। इसके लिए आज सरकूलर रोड स्थित रालोद कार्यालय पर मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी हाईकमान से मतगणना के दिन पार्टी की तैयारी को लेकर दिये गये एजेंडे से अवगत कराया। प्रभात तोमर ने बताया कि मतगणना के दिन वोटों की गिनती में भाजपा प्रत्याशियों को जिताने के लिए प्रशासनिक अफसरों के द्वारा गड़बड़ी की संभावना बनी हुई है। इसी को लेकर पार्टी स्तर से ऐसे किसी भी कृत्य को रोकने के लिए कार्यकर्ताओं को मतगणना वाले दिन शहर में स्टे दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि जनपद की सभी 6 विधानसभा सीटों से कम से कम 50 हजार कार्यकर्ताओं को शहर में रोका जायेगा। इसके लिए विधानसभा वार नेताओं की डृयूटी लगा दी गयी है। इनमें से ज्यादातर कार्यकर्ता 9 मार्च की रात में ही शहर में प्रवेश करेंगे। इनके ठहरने और भोजन तथा पानी का पूरा प्रबंध किया गया है। इसके लिए शहर में नवीन मण्डी स्थल के चारों और कार्यकर्ता पूरी तैयारी के साथ मौजूद रहेगा। इन कार्यकर्ताओं को ठहरने के लिए छह बारात घर बुक कर लिये गये हैं। इनमें जानसठ रोड पर स्थित बारात घर के अलावा, कूकडा चौराहे पर मधुर मिलन बैंकट हॉल, भोपा रोड विश्वकर्मा चौक पर स्थित मंगलम गार्डन आदि शामिल हैं। प्रभात तोमर ने बताया कि यह कार्यकर्ता मतगणना के दौरान बैंकट हॉल में ही रहेंगे लेकिन यदि गड़बड़ी की जाती है तो इसके विरोध में तत्काल सड़कों पर उतर आयेंगे।
यह रणनीति जिला प्रशासन पर निष्पक्ष मतगणना का दबाव बनाने के लिए अपनाई जा रही है। इसी रणनीति का प्रयोग रालोद ने जिला पंचायत चुनाव में भी किया था। उन्होंने कहा कि हमें इस सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। सरकार अपने प्रत्याशियों को जितवाने के लिए मतगणना में प्रशासन और पुलिस के अफसरों के साथ मिलकर गड़बड़ी करा सकती है, लेकिन प्रशासन को याद रखना होगा कि यदि यहां पर ऐसी गड़बड़ी कराई गई तो कार्यकर्ता खामोश नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को पार्टी का झण्डा और ट्रैक्टर ट्राली लेकर जिला मुख्यालय पर पहुंचने के लिए निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर की सीमाओं पर युवा कार्यकर्ताओं की तैनाती रहेगी। वह प्रशासन की पूरी घेराबंदी करने की जिम्मेदारी संभालेंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार पर किसी भी स्तर पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। हम ईवीएम की निगरानी खुद कर रहे हैं और अब वोटों की गिनती के लिए भी हम प्रशासन को कोई गड़बड़ी नहीं करने देंगे। बैठक में मुख्य रूप से पूर्व विधायक राजपाल बालियान, श्रीराम तोमर, सौरभ स्वरूप, विपुल राठी, स. मेरज सिंह, उधम सिंह, अंकित सहरावत, पराग चौधरी, बालेन्द्र कुमार, राजेश्वर दत्त त्यागी सहित सैंकडों कार्यकर्ता मौजूद रहे।