बिहारवासियों को फिर सताएगी सर्दी, इन जिलों में हो सकती है बारिश

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पटना. बिहारवासियों को एक बार फिर सर्दी सताएगी. बिहार के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिन बारिश (Bihar Rain Alert) होने की संभावना है. बारिश के कारण तापमान में गिरावट (Temperature drop) हो सकती है, जिस वजह से राज्य में ठंड बढ़ सकती है. प्रदेश में सर्द मौसम (Bihar Weather Forecast) का असर मार्च के पहले हफ्ते तक बना रह सकता है. पटना (Patna) के मौसम विज्ञान केंद्र (meteorological department) के मुताबिक, 21 फरवरी को प्रदेश के दक्षिण पूर्व भाग के भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में हल्के से मध्यम स्तर के बारिश और बूंदाबांदी का पूर्वानुमान है.

पटना समेत प्रदेश के प्रमुख शहरों के न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई. वहीं पटना का न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य में सबसे अधिक तापमान शेखपुरा का 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश और झारखंड में भी बारिश होने संभावना बनी हुई हैं.

यूपी में भी बदलेगा मौसम
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर प्रदेश मे 22 फरवरी तक अलग-अलग जिलों में बादल छाए रहेंगे और बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने बताया के एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, जिसका असर उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार और झारखंड में भी दिखेगा.

इन जगहों पर हो सकती है बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक 19 और 20 फरवरी को हरियाणा, दिल्ली में तेज हवाएं चल सकती हैं. इसकी रफ्तार 25-35 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और कश्मीर के कुछ इलाकों में भी बारिश हो सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दक्षिणी प्रायद्वीप और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है.

तापमान में वृद्धि होने का अनुमान
मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को बताया कि पूरे देश में न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने का अनुमान है. आईएमडी ने अगले दो सप्ताह के लिए अपने पूर्वानुमान में कहा कि सप्ताह के अधिकतर दिनों में देश के शेष हिस्सों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है. विभाग ने कहा कि 24 फरवरी से दो मार्च के बीच देश के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होने का अनुमान है. मौसम कार्यालय ने कहा कि विभिन्न मानदंडों से संकेत मिलता है कि आगामी दो सप्ताह के दौरान उत्तर हिंद महासागर में चक्रवात की कोई आशंका नहीं है.